राजनीति

बसपा मुखिया मायावती का चंद्रशेखर आजाद पर पलटवार, बोलीं-आकाश आनंद की वापसी से बरसाती मेंढक बेचैन

लखनऊ 2 जून :बहुजन समाज पार्टी की मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर आजाद पर तीखा पलटवार किया है।चंद्रेशखर ने आकाश आनंद की बसपा में वापसी को लेकर कटाक्ष किया था और बाबा साहब के आंदोलन को आजाद समाज पार्टी द्वारा ही आगे बढ़ाने की बात कही थी।

बता दें कि रविवार को चंद्रशेखर ने लखनऊ में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में मायावती के भतीजे आकाश आनंद को लेकर कहा था कि जनता उन्हें पहले ही नकार चुकी है, मजबूरी में उन्हें दोबारा वापस लिया गया है।मैं बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती का सम्मान करता हूं,लेकिन अब कांशीराम और बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के अधूरे मिशन को हमारी पार्टी ही पूरा करेगी।चंद्रशेखर ने कहा कि बाबा साहब कहते थे कि मुर्दा लोग मिशन नहीं चलाते और जिंदा मिशन को नहीं छोड़ते। कांशीराम के संदेश और मिशन को आगे बढ़ने का काम आजाद समाज पार्टी कर रही है। एमपी-एमएलए और मंत्री बनना हमारा सपना होता,तो हमारी पार्टी के प्रथम पंक्ति में बैठे लोग आज किसी पार्टी में मंत्री होते।

सोमवार को बसपा मुखिया मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर सिलसिलेवार तीन पोस्ट की।मायावती ने कहा कि देश में बसपा ही बहुजन हित की एकमात्र आंबेडकरवादी पार्टी है। पार्टी हित में लोगों पर कार्रवाई करने व पश्चाताप करने पर उन्हें वापस लेने की परंपरा है।इसी क्रम में आकाश आनंद के उतार-चढ़ाव और उनको मुख्य नेशनल कोआर्डिनेटर बनाने से बहुत से लोगों में बेचैनी होना स्वाभाविक है।

मायावती ने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि अब आकाश आनंद डाॅ. भीमराव आंबेडकर एवं कांशीराम के आत्म-सम्मान के कारवां को आगे बढ़ाने व उनके सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी पूरी तनम्यता व जी-जान से निभाएंगे। पार्टी को अवसरवादी व स्वार्थी लोगों की कतई जरूरत नहीं है।

चंद्रशेखर आजाद का नाम लिए बिना मायावती ने कहा कि वैसे भी कांग्रेस,भाजपा व सपा आदि पार्टियों के सहारे व इशारे पर चलकर बहुजनों की एकता व बसपा को कमजोर करने वाले बरसाती मेंढकों की तरह के संगठन व दलों के नेता चाहे निजी स्वार्थ में विधायक, सांसद व मंत्री क्यों ना बन जाएं, इनसे समाज का कुछ भला होने वाला नहीं है।लिहाजा लोग इनसे सावधान रहें।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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