बिजली के निजीकरण के विरोध में वाराणसी में काली पट्टी बांधकर सभा – प्रदर्शन, 23 जनवरी को व्यापक प्रदर्शन की तैयारी

वाराणसी 21 जनवरी :विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आवाहन पर उत्तर प्रदेश में किए जा रहे बिजली के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने वाराणसी में विरोध प्रदर्शन किया और काली पट्टी बांधकर काम किया है ।काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन का अभियान कल भी जारी रहेगा। 23 जनवरी को निजीकरण हेतु की जा रही प्री बिडिंग कॉन्फ्रेंस का विरोध करने हेतु व्यापक प्रदर्शन की तैयारी की गई है।
वाराणसी में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों सर्वश्री ,मायाशंकर तिवारी,ई०नरेंद्र वर्मा,ई० शशि,संतोष वर्मा,अंकुर पांडेय, उदयभान दुबे, विजय सिंह,जयुत लाल,, छविनाथ यादव,राजू राय,राजेन्द्र प्रशाद, अजित वर्मा, रेखा पटेल,संदीप कुमार, रविन्द्र ,रामकुमार झा, राजेश कुमार, राजेश कुमार जायसवाल, वीरेंद्र सिंह, राजेन्द्र सिंह,जमुना पाल,मदन लाल श्रीवास्तव, रामशंकर पाल,अभिषेक राय, संजय तिवारी,अनिल कुमार, बलराम, भइया लाल,मोहम्मद आसिफ़,शरद कुमार, ध्यानचंद पटेल,लक्ष्मी नारायण,रामानन्द, मनोज सोनकर,विजय वर्मा,शरद श्रीवास्तव,अजय कुमार तकनीकी ने कहा कि बिजली के निजीकरण की कार्यवाही 5 अप्रैल 2018 और 06 अक्टूबर 2020 को उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय मंत्रियों के साथ हुए लिखित समझौते का घोर उल्लंघन है जिससे बिजली कर्मचारियों में लगातार गुस्सा बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि 5 अप्रैल 2018 को तत्कालीन ऊर्जा मंत्री मा श्री श्रीकांत शर्मा के साथ लिखित समझौता हुआ था और 6 अक्टूबर 2020 को माननीय वित्त मंत्री श्री सुरेश खन्ना एवं तत्कालीन ऊर्जा मंत्री मा श्री श्रीकांत शर्मा जी के साथ लिखित समझौता हुआ था ।इस समझौते में स्पष्ट लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश में विद्युत वितरण की मौजूदा व्यवस्था को बनाए रखते हुए, बिजली व्यवस्था में सुधार कर्मचारियों को विश्वास में लेकर किया जाएगा। आगे लिखा है कि उत्तर प्रदेश में किसी भी प्रकार का बिजली का निजीकरण बिजली कर्मियों को विश्वास में लिए बिना नहीं किया जाएगा।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिजली कर्मी उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होने देना चाहते ।खास करके तब जब प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन चल रहा है जिसकी लाइफ लाइन बिजली है। पॉवर कार्पोरेशन प्रबंधन इस भावना को कर्मचारियों की कमजोरी समझने की गलती न करे। प्रबंधन लगातार बिजली कर्मचारियों को भड़काने वाली कार्यवाही कर रहा है ।संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि 23 जनवरी को निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कंसल्टेंट नियुक्त करने के लिए होने वाली प्री बिडिंग कॉन्फ्रेंस निरस्त न की गई तो इसका सशक्त प्रतिकार किया जाएगा।
23 जनवरी को पूर्वांचल निगम के समस्त जिलों में भोजन अवकाश के दौरान शत प्रतिशत बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मी और अभियंता अपने-अपने कार्यालय के बाहर आएंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सभा की अध्यक्षता ई० मायाशंकर तिवारी औऱ संचालन श्री राजेन्द्र सिंह ने किया।
आज पूर्वांचल निगम में वाराणसी,गोरखपुर,प्रयागराज, मिर्जापुर, आजमगढ़, बस्ती, संत कबीर नगर, समेत आगरा,देवीपाटन, अयोध्या, सुल्तानपुर, बरेली, मुरादाबाद,मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, अलीगढ़, मथुरा, एटा ,कानपुर, झांसी, उरई, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर , ओबरा, पिपरी , अनपरा, हरदुआगंज ,परीक्षा , जवाहरपुर में बड़ी सभाएं आयोजित की गयी ।