बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मेनका गांधी व वरुण गांधी बाहर
लखनऊ7अक्टूबर: भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को नवरात्रि के पहले दिन अपनी नई 80 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की। इसमें वाराणसी से सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी सहित उत्तर प्रदेश से 13 सदस्य हैं। किसान आंदोलन को लेकर लगातार मुखर पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी के साथ सुलतानपुर से सांसद उनकी माता पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी को बाहर कर दिया गया है जबकि योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक व स्वामी प्रसाद मौर्य को कार्यकारिणी पहली बार शामिल किया गया है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को पार्टी की 80 सदस्यीय कार्यकारिणी की घोषणा की, जिसमें उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ केन्द्रीय मंत्री लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदसय मुख्तार अब्बास नकवी, चंदौली से सांसद डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, अमेठी से सांसद स्मृति जुबिन ईरानी, फतेहपुर से सांसद साध्वी निरंजन ज्योति व मुजफ्फरनगर से सांसद डॉ. संजीव बालियान हैं। प्रदेश से इस कार्यकारिणी में 13 नेता हैं। भाजपा सचेतक मंडल में शामिल डॉ. मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज को उत्तर प्रदेश से इसमें फिर से शामिल किया गया है। इनके साथ बरेली से सांसद पूर्व केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार, योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री दारा सिंह चौहान, स्वामी प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक तथा राज्यसभा सदस्य अनिल जैन भी उत्तर प्रदेश से भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सुल्तानपुर से सांसद पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को जगह नहीं मिली है। वरुण गांधी बीते कई दिनों से किसान आंदोलन तथा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सरकार के खिलाफ मुखर हैं। कार्यकारिणी में 80 नियमित सदस्यों के अलावा 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य भी होंगे। यह कार्यकारिणी पार्टी का एक प्रमुख विचार-विमर्श करने वाला निकाय है जो सरकार के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करता है और संगठन के एजेंडे को आकार देता है।