वाराणसी 5जून:उत्तर प्रदेश के नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन एवं जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन “गोपाल जी” ने सोमवार को मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी के साथ श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में चल रहे वैक्सीनेशन कार्य का निरीक्षण किया।
मंत्री आशुतोष टंडन ने टीकाकरण कराने आए लोगों से वार्ता की और वैक्सीनेशन को कोरोना से जीत का टीका बताते हुए औरों को भी प्रोत्साहित करने को कहा। वैक्सीनेशन करा चुके लोगों से मंत्री ने पूछा कि उन्हें कोई परेशानी तो महसूस नहीं हो रही है, लोगों ने किसी भी प्रकार की परेशानी न होने की बात बताते हुए सुगमता के साथ टीकाकरण पर मंत्री से संतोष जताया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने व्यवस्थाओं के बारे में मंत्री को विस्तार से अवगत कराया। मंडलीय अस्पताल में स्थापित हुए ऑक्सीजन प्लांट को भी उन्होंने देखा और कहा कि सरकारी अस्पतालों में व्यापक पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। इससे जहां सरकारी अस्पतालें ऑक्सीजन के लिये आत्मनिर्भर हुई है वही जरूरतमंद मरीजों को आवश्यकतानुसार सुविधाजनक तरीके से तत्काल ऑक्सीजन मिल सकेगा।
इससे पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन ने नीचीबाग स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय में गत दिनों कोरोना कॉल के दौरान जन सामान्य की चिकित्सा जाँच व कोरोना के सामान्य लक्षण वाले मरीजों को मेडिसिन कीट उपलब्ध कराए जाने के बाबत लगाए गए शिविर में कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए असीम सहयोग के लिए उन्हें सम्मानित किया।
संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है-प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मंत्री आशुतोष टंडन ने सर्किट हाउस परिसर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने का संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण के असंतुलन की वजह से बाढ़, भूकंप, भूस्खलन, समुद्र का जल स्तर बढ़ना, कहीं अधिक बारिश, कहीं सूखा जैसी कई प्राकृतिक आापदाएं मानव को झेलना पड़ता है। इसलिए पर्यावरण संतुलित रखने के लिए इस दिवस के माध्यम से दुनिया भर में लोगों के बीच जागरूकता फैलायी जाती है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण की बहाली का संकल्प लेना चाहिए। संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है। इसलिए एक स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना मानव समाज की कल्पना अधूरी है। प्रकृति को बचाने के लिए हमसब को मिलकर कुछ संकल्प लेना होगा। जिसमें वर्ष में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएं और उसे बचाएं तथा पेड़-पौधों के संरक्षण में सहयोग करें। तालाब, नदी, पोखर को प्रदूषित नही करें, जल का दुरुपयोग नहीं करें तथा इस्तेमाल के बाद बंद करें। बिजली का अनावश्यक उपयोग नहीं करें, इस्तेमाल के बाद बल्ब, पंखे या अन्य उपकरणों को बंद रखें। कूड़ा- कचरा को डस्टबीन में फेकें और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें, इससे प्रदूषण नहीं होगा। प्लास्टिक/पॉलिथिन का उपयोग बंद करें, उसके बदले कागज के बने झोले या थैले का उपयोग करें।
इस दौरान मंत्री आशुतोष टंडन के साथ मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, नगर आयुक्त गौरांग राठी सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।