राज्यपाल के कार्यक्रम में बत्ती गुल:काशी विद्यापीठ का चल रहा था दीक्षांत समारोह:जनरेटर की वजह से आया बिजली में व्यवधान:-मुख्य अभियंता
वाराणासी 25 सितंबर:महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 46वां दीक्षांत समारोह बुधवार को विश्वविद्यालय के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में शुरू हुआ। समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी पहुंची। इस दौरान ऑडिटोरियम की 2 बार बिजली कट गई। जब वह मंच पर बैठी थी।
जनरेटर की खराबी से कटी बिजली–मुख्य अभियंता
लाइट काटने की घटना पर विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता अरविंद कुमार सिंघल वाराणासी क्षेत्र-प्रथम ने उपभोक्ता की आवाज समाचार के कार्यालय में फोन कर अपनी सफाई में बताया कि मौके पर चल रहे विद्युत आपूर्ति सामान्य थी बिजली सप्लाई की वजह से कोई व्यवधान उत्पन्न नही हुआ है जनरेटर में खराबी आ जाने के कारण लाइट में व्यवधान हो गया था।
दीक्षांत समारोह में बिजली बिजली काटी राज्यपाल का माइक भी खराब
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 46वें दीक्षांत समारोह में दो बार बिजली कटने के साथ राज्यपाल को जो माइक दिया गया वो भी खराब था। लिहाजा, राज्यपाल को बिना माइक के ही दीक्षांत कार्यक्रम के शुरुआत की घोषणा करनी पड़ी।
इसके पहले कुलपति प्रोफेसर एके त्यागी ने कुलानुशासक के साथ दीक्षांत स्थल पर भूमि पूजन किया। इस वर्ष 18 मेधावियों को गोल्ड मेडल और 90 मेधावियों को शोध उपाधि दी जाएगी। वहीं विश्वविद्यालय के दो उत्कृष्ट खिलड़ी (सौरभ कुमार यादव- किक बॉक्सिंग एवं आकांक्षा वर्मा- कराटे) को मेडल दिया जायेगा।
कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि बड़ी संख्या में छात्र और छात्राओं को रोजगार दिया गया है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ नियमित समझौता किया जा रहा है। इसके साथ ही इस साल हमारे छात्रों ने खेलों में 100 से ज्यादा पदक जीते हैं। इस दौरान 97,252 डिग्रियां अपलोड हुईं।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और पॉवर कॉर्पोरेशन ग्रिड के सीएमडी आर के त्यागी मंच पर मौजूद हैं। साथ में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी और कैबिनेट उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय भी मौजूद थे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बांटी बेबी केयर किट
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा राज्य सरकार चाहती है कि प्रेगनेंसी की सौ फीसदी डिलीवरी हॉस्पिटल में हो। अभी तक राज्य में 85 फीसदी डिलीवरी हॉस्पिटल में हो रही है। गर्भावस्था में कई बच्चे बीमार होते हैं। उनको हॉस्पिटल की सुविधा से ही बचा सकते हैं। इससे पहले राज्यपाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को दो सौ किट बांटे। इस किट में एक रुमाल, कंघी, डिटॉल लिक्विड, बैंडेज है। जिससे यदि मां किसी काम में व्यस्त है तो बच्चे की देखभाल ठीक से हो सके।
मंत्री ने बयां की अपनी पीड़ा
दीक्षांत भाषण में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने दीक्षांत भाषण में अपनी पीड़ा बयां की। कहा कि देश दो धाराओं में बंट रहा है। एक ओर गांधी जैसे महान लोग थे जिन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति से लेकर चांद और सूरज तक का सोचा और दूसरी ओर आज कुछ लोग जाति की राजनीति करते हैं। हम देश को कहां लेकर जा रहे हैं। मैं अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं, कोई राजनीतिक भाषण नहीं दे रहा। आप देश के भविष्य हैं इसलिए बताना जरूरी है आज देश सही हाथों में है।