रिश्वत में पांच किलो आलू मांगने वाले चौकी इंचार्ज का, ऑडियो वायरल होने पर किया गया निलंबित
यूपी 10 अगस्त :प्रदेश के कन्नौज जिले में पुलिसकर्मियों की एक अनोखी रिश्वत मांग का मामला सामने आया है, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। वायरल हुए एक ऑडियो क्लिप में पुलिसकर्मी को रिश्वत के रूप में रुपये की बजाय सब्जी की मांग करते हुए सुना जा रहा है। इस अजीबोगरीब घटना के बाद से जिले में चर्चाओं का दौर जारी है और पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की है।
यह घटना कन्नौज के सौरिख थाना क्षेत्र के चपुन्ना-भावलपुर पुलिस चौकी से जुड़ी हुई है। वायरल ऑडियो में चौकी प्रभारी एसआई रामकृपाल के बातचीत का हिस्सा है, जिसमें वह पांच किलो आलू की डिमांड कर रहे हैं। ऑडियो क्लिप की लंबाई लगभग एक मिनट 54 सेकंड है, जिसमें साफ तौर पर प्रभारी का सब्जी की मांग करना सुना जा सकता है।
फरियादी ने शुरू में पांच किलो आलू देने की असमर्थता जताई
ऑडियो में देखा जा सकता है कि फरियादी ने शुरू में पांच किलो आलू देने की असमर्थता जताई और केवल दो किलो आलू देने की पेशकश की। इसके बाद चौकी प्रभारी का गुस्सा बढ़ता हुआ सुना गया और उन्होंने डीलिंग की प्रक्रिया शुरू की। इसके परिणामस्वरूप, उन्होंने तीन किलो आलू की मांग की और अंततः आरोपी पुलिसकर्मी और फरियादी के बीच रजामंदी हो जाती है।
इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद, एसपी अमित कुमार आनंद ने तुरंत कार्रवाई की और चौकी प्रभारी एसआई रामकृपाल को निलंबित कर दिया। एसपी ने पुष्टि की कि छिबरामऊ सीओ के माध्यम से प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। मामले की जांच अब सीओ सिटी को सौंप दी गई है और भविष्य में इस पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
एक गलती मानते हुए कार्रवाई
ऑडियो के वायरल होने के बाद, विभिन्न प्रकार की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। कुछ लोग इसे एक कोड वर्ड के रूप में देख रहे हैं, जहां सब्जी के नाम का उपयोग रुपये की मांग के लिए किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि यह सब्जी का उल्लेख केवल एक छिपे हुए तरीके से रिश्वत की मांग को दर्शाता है। हालांकि पुलिस प्रशासन ने अभी तक इस तरह की किसी भी कोड वर्ड की पुष्टि नहीं की है और इसे केवल एक गलती मानते हुए कार्रवाई की है।
उच्च अधिकारियों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया
इस घटना के सार्वजनिक होने के बाद, पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और इसे अनुशासनात्मक कार्रवाई के माध्यम से सुधारने का आश्वासन दिया है। इससे पहले भी पुलिस विभाग में रिश्वत की मांग के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इस बार सब्जी की मांग ने लोगों का ध्यान खींचा है।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि पुलिस विभाग में सुधार की आवश्यकता है और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। जनता की नजरें अब इस मामले पर हैं और यह देखा जाएगा कि पुलिस विभाग इस घटना के बाद कितनी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ कार्य करता है।