पूर्वांचल

लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर बरेका में श्रद्धांजलि समारोह,शास्त्री जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन किया अर्पित

वाराणसी,11जनवरी :बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) प्रांगण में आज देश के दूसरे प्रधानमंत्री और सादगी के प्रतीक स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बरेका के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने प्रांगण में स्थित शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी स्मृतियों को नमन किया।

यह खास बात है, कि 3 जनवरी 1964 में बरेका द्वारा निर्मित बड़ी लाइन के पहले रेल इंजन डब्ल्यूडीएम-2 (WDM-2) का लोकार्पण स्वयं लाल बहादुर शास्त्री जी ने किया था। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने भारतीय रेलवे को नई दिशा दी और बरेका को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित किया। इस संबंध को याद करते हुए महाप्रबंधक ने कहा, “शास्त्री जी का योगदान बरेका और भारतीय रेलवे के लिए मील का पत्थर है। उनकी शिक्षाएं हमें आज भी प्रेरित करती हैं।”
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बरेका के प्रमुख अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह के साथ प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुब्रत नाथ, प्रमुख मुख्य इंजीनियर विनोद शुक्ला, वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/मुख्यालय अजय श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक अनुज कटियार, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, स्पेयर पार्ट्स एम. पी. सिंह, जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार, और कर्मचारी परिषद सदस्य नवीन सिन्हा सहित कई अधिकारी और कर्मचारियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर महाप्रबंधक ने अपने संबोधन में शास्त्री जी के प्रसिद्ध नारे ‘जय जवान, जय किसान’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह नारा केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक ऐसी प्रेरणा है जो भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की नींव है। उन्होंने सभी से शास्त्री जी के आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में अन्य अधिकारियों ने भी शास्त्री जी के जीवन और उनके प्रेरणादायक विचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी का सादा जीवन और महान विचार हमें अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहने की शिक्षा देते हैं।

यह कार्यक्रम न केवल शास्त्री जी के योगदान को याद करने का अवसर बना, बल्कि बरेका परिवार को एकजुट होकर देश के विकास में अपनी भूमिका निभाने की प्रेरणा भी दी।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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