विद्युत विभाग:चेयरमैन की बैठक से पहले कुम्भ घोटाले के आरोपी ने 42 अभियंताओ को पहनाई टोपी:थमाया कारण बताओ नोटिस
वाराणासी 8 दिसंबर: “”””””””””पूर्वान्चल में सब गोलमाल है जानते सब एक दूसरे का हाल है”””””””””””””””” पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में सरकार द्वारा उपभोक्ताओं की सुविधाएं बढ़ाने औऱ विभाग के राजस्व की सेहत सुधारने के लिऐ चलाई गई तमाम योजनाओं धरातल पर दम निकलने के बाद निचले स्तर के अधिकारियों औऱ कर्मचारियो पर कार्यवाही हुई परन्तु बिजली विभाग के नये निज़ाम औऱ ऊर्जा प्रबंधन द्वारा उच्च स्तर के अधिकारियों पर कार्यवाही न करने के फलस्वरूप वर्तमान में योगी सरकार की एक मुश्त समाधान (OTS) योजना का भी धरातल पर प्रथम चरण में दम निकलने के बाद दूसरे चरण में भी खराब प्रगति जारी है।
अपनी टोपी 42 अभियंताओ के सिर:थमाया कारण बताओ नोटिस
विभाग क़े नये निज़ाम के द्वारा समीक्षा बैठकों का दौर जारी हैं तो पूर्वान्चल में OTS की खराब प्रगति औऱ राजस्व के लिए फेल हो चुकी वाणिज्यक व्यवस्था पर कुम्भ घोटाले के आरोपी निदेशक, वाणिज्य राजेंद्र प्रसाद द्वारा अपनी टोपी पूर्वान्चल में 42 अभियंताओं पर पहना दी।
2 मुख्य अभियंता को पहनाई टोपी
9 अधीक्षण अभियंताओं को साथ 32 अधिषासी अभियंताओ को टोपी पहनाते हुऐ थमाया कारण बताओ नोटिस
पूर्वान्चल में अब तक निचले स्तर के 14 अधिकारी/कर्मचारी निलंबित
पूर्वान्चल के 6/12/23 के आकड़ो के अनुसार जिम्मेदारियों की टोपी के चक्कर मे अब तक पूर्वान्चल में 1 अधिषासी अभियन्ता औऱ 11 अवर अभियंताओ समेत 2 लाइन मैन(तकनीशियन) निलंबित हो चुके हसि
पूर्वान्चल में सब गोलमाल है सब होते मालामाल हैं बाकी विभाग होता कंगाल है
सूत्र बता रहे है कि चेयरमैन की नाराज़गी पर पूर्वान्चल के मुखिया की अनुमति/निर्देश अपने ऊपर लटक रही कार्यवाही की तलवार से बचने के लिये चेयरमैन की लखनऊ में बैठक के 24 घंटे पहले ये कार्यवाही की गई।
वैसे कुम्भ घोटाले में करोड़ो के राजस्व घोटाला करने के आरोपी अपने को बचाने में माहिर है ऊपर से नीचे तक चांदी के चम्मच से सभी को चटनी चटवा कर इस मुकाम पर पहुँचने में सफलता हासिल की।
इनकी सफलता की कहानी से निचले स्तर के चपरासी से लेकर पूर्वान्चल के मुखिया समेत ऊर्जा प्रबंधन के उच्च दरबार पर बखूबी वाकिफ़ है।
नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली कहावत होती चरितार्थ
उल्लेखनीय है कि कुम्भ-2019 में हुए करोड़ो के घोटाले में पूर्वान्चल के एक दर्जन से ज्यादा अभियंताओ पर आरोप तय किये गये है जिनमे वर्तमान के पूर्वान्चल के निदेशक, वाणिज्य राजेन्द्र प्रसाद भी आरोपी रहे परंतु पूर्व चैयरमैन एम०देवराज के आशिर्वाद से कुंभ घोटाले की फ़ाइल चेयरमैन के दरबार मे पहुँचते ही गायब हो गई औऱ जनाब निदेशक पद पर चयनित हो गये औऱ पूर्वान्चल के राजस्व की बागड़ोर इन्ही के हाथ मे आ गई अब तमाम योजनाओं की विफलता के साथ OTS योजना में फिसड्डी साबित होने पर ईमानदारी का कंबल ओढ़ कर कार्यवाही करना उक्त कहावत को चरितार्थ करती है।