विद्युत विभाग:वित्तिय वर्ष-23-24 में बिजनेस प्लान के बचे 6 करोड़ हज़म करने की तैयारी:खबर लीक होने से भ्रष्टाचारियो में हड़कंप:जाने पूरा मामला
वाराणासी 3 सितंबर:पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में लेखाकार के द्वारा निगम के खाते से 10 करोड़ की चपत लगाने का मामला ठंडा नही हुआ कि निगम मुख्यालय में बैठे बड़े भ्रष्टाचारियो द्वारा निगम के खाते में बिजनेस प्लान वित्तीय वर्ष 23-24 में बचे 6 करोड़ हज़म करने की तैयारी पूरी कर ली है।
पावर कारपोरेशन मुख्यालय द्वारा वित्तीय वर्ष 23-24 में (आई०टी० हार्डवेयर) के मद में 21.13 करोड़ रुपया (स्वीकृत) जारी किया था।
ख़रीदारी के बाद बचे 5.87 करोड़
पूर्वांचल निगम ने उपकेन्द्रों औऱ कार्यालय में कार्यो के संचालन हेतु कंप्यूटरों, UPS, प्रिंट खरिदने में 15 करोड़ 25 लाख 58 हजार 542 रूपियो को खर्च कर डाला जिसके बाद 21.13 करोड़ में 5.87 करोड़ खाते में शेष बचे रह गये।
बचे हुऐ लगभग 5.87 करोड़ को वापस न करना पड़े इसके लिए 2 करोड़ 41 लाख में ख़रीदे गये 1048 नग प्रिंटरों औऱ 13 नग कलर प्रिंटरी की कॉटेज रिफिलिंग के लिए 2.21 करोड़ का टेंडर निकालने की तैयारी थी
सूत्रों से मिली जानकारी पर उपभोक्ता की आवाज के द्वारा विभाग के रुपियों को हज़म करने की तैयारी की खबर चलाये जाने के बाद निगम मुख्यालय में ख़बर लीक हो जाने से हड़कंप मच गया । पहले सवा 15 करोड़ के प्रिंटर के कॉटेज रिफिलिंग के लिए 2.21 करोड़ का टेंडर निकालने की तैयारी थी अब भ्रष्टाचारियो ने 1 करोड़ 72 लाख 8 हजार 6 सो 37 रूपियो के टेंडर निकालने के लिए अनुमोदन मांगे है।
पूर्वांचल डिस्कॉम में साल भर में 17208636 रुपियो की होगी कॉटेल रिफिलिंग, फाइन पर हुआ साइन, प्रिंटर खरीदते समय कॉटेज को लेकर नहीं किया गया था अनुबंध
विभागीय सूत्रों की माने तो फाइल पर साइन हो चुका है और जल्द ही टेंडर निकाला जायेगा। सबसे बड़ी बात है कि अप्रैल में ही प्रिंटर खरीदे गये थे और उस समय कॉटेज रिफिलिंग का कोई जिक्र नहीं हुआ था। विभाग में इस बात की चर्चा है कि लगभग प्रिंटर के दाम के बराबर कॉटेज एक साल के लिए खरीदे जायेंगे।
लगभग 3% कंप्यूटर खराब होने की ख़बर
पूर्वांचल डिस्कॉम में 24 अप्रैल को प्रिंटर खरीदे गये थे। एक नामी कंपनी के हजारों प्रिंटर खरीदे गये थे जिन्हें विभाग के विभिन्न कार्यालय के साथ कैश काउंटर पर भी लगाने की बात बतायी जा रह है। प्रिंटर को खरीदे लगभग चार माह बीत चुके हैं और कुछ प्रिंटर खराब होने लगे। इस पर पूर्वांचल डिस्कॉम के अधिकरियों ने सप्लाई करने वाले कंपनी से संपर्क किया और गारंटी में मशीन होने की बात करते हुए उसे ठीक करने को कहा।
विभागीय सूत्रों की माने तो कंपनी के लोगों ने कहा कि आप लोगों ने हमारा कॉटेज नहीं लिया है इसलिए गारंटी नहीं मिल पायेगी। इसके बाद पूर्वाचल डिस्कॉन में कार्टेज रिफिलिंग के लिए नया टेंडर निकलाने की तैयारी शुरू हुई। इसमे साल भर की रिफिलिंग के लिए 2.21 करोड़ की लागत तय की गयी अब फ़ाइल 17208636 रुपियो की बनी है अनुमोदन के लिए पूर्वांचल मुखिया के टेबल पर गई।
भ्रष्टाचार के विरुद्ध शेष है युद्ध