विद्युत विभाग:शक्ति भवन में कायम प्रमोशन में भ्रष्टाचार:4 प्रमोटी अभियंताओ के डीअबॉर्शन पर पिछली पदोन्नतियो परब उठे सवाल
लखनऊ/वाराणासी 1 सितंबर:”””””भ्रष्टाचार का ट्रेलर,पिक्चर बाकी”””””भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार कर चुके शक्ति भवन मुख्यालय द्वारा 40 अभियंताओ की भ्रष्ट तरीक़े से हुई पदोन्नति मामले में प्रबंध निदेशक के द्वारा निलंबन औऱ 4 अभियंताओ पर डीअबॉर्शन की कड़ी/बड़ी कार्यवाही से विभाग में अभियंताओ में हड़कंप की स्थति है। 24 अगस्त को किये गए 40 अभियंताओ की पदोन्नति में भ्रष्टाचार उज़ागर होने से मुख्यालय के द्वारा पूर्व में की गई पदोन्नतियो पर गंभीर सवाल कड़े किये गये किये गये है।
पूर्व की पदोन्नतियो में भी जूनियर अभियंताओ की पदोन्नति किये जाने पर सीनियर अभियंताओ के द्वारा विरोध किया जाता रहा है परंतु अपनी पदोन्नति के चक्कर मे विरोध की आवाज़ दबी रही। धीरे-धीरे विरोध की आवाज़ दबते रहने से पदोन्नतियो चापलुसियो का दौर चल पड़ा। चापलूस पदोन्नति पाते गये औऱ ईमानदार अनुशासनात्मक कार्यवाही झेलते रहे।
उल्लेखनीय है कि पदोन्नतियो में उच्चाधिकारियों द्वारा लिखित ACR औऱ अनुशासनात्मक कार्यवाहियो के न होने पर पदोन्नति का रास्ता साफ़ रहता है पदोन्नति में चहेतों औऱ विरोधियों के लिए इन्ही रास्तो को साफ़ औऱ गंदा करने में भ्रष्टाचार किया जाता है जिसके तमाम उदाहरण है ताजा उदाहरण मुख्य अभियंता के सेवानिवृत्त के एक दिन पहले उनपर चेयरमैन द्वारा दंडनीय कार्यवाही देखने को मिली।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय, शक्ति भवन में सीर्ष पदों पर पदोन्नति औऱ नियुक्तियों में भ्रष्टाचार की कहानी नई नही है। बहुत सारे भ्रष्टाचारियो की पदोन्नति तो कुछ अभियंताओ को समय से पहले पदोन्नत किया गया जिनकी शिकयते आज भी प्रचलित है पर मामला उच्चतम लेवल के अधिकारियों की गर्दन फंसने का होने पर शिकायत की गर्दन दबा दी जाती रही।
कहानी-1: कुम्भ–2019 में हजारों करोड़ के महाघोटाले में जांचोपरांत दो दर्जन आरोपी अभियंताओ की,मामले में पूर्वांचल निगम से लेकर शक्ति भवन मुख्यालय द्वार भ्रष्टाचार की पूरी फ़ाइल को ही हज़म कर पदोन्नति औऱ मलाईदार पोस्टिंग की गई एक अभियंता को तो पूर्वांचल के ही निदेशक,वाणिज्य पद पर चयन/नियुक्त किया गया।
कहानी-2: कुछ वर्ष पहले निगमो में दर्जन भर निदेशको के चयन में भ्रष्टाचार होने की ऊर्जामंत्री की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने सभी निदेशको के चयन को निरस्त कर दिया था।
पदोन्नति में भ्रष्टाचार की पिक्चर अभी बाकी है