विद्युत विभाग:20 मई से बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार किया जाएगा:पावर कारपोरेशन औऱ बिजलीकर्मियों के बीच बढ़ता जा रहा अविश्वास

लखनऊ/वाराणसी 17 मई:उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में चेयरमैन आशीष गोयल आईएएस की मनमानी कार्यप्रणाली से बिजलीकर्मियों औऱ प्रबंधन के बीच अविश्वास की गहरी खाई पैदा कर दी है। जंहा एक तरफ़ नियमित बिजलीकर्मियों द्वारा 6 माह से निजीकरण के खिलाफ बिगुल फूक रखा है वही विभाग की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले निविदकर्मियो के द्वारा भी पिछले कई महीनों से उत्पीड़न के ख़िलाफ़ प्रबंधन से लगातार विरोध दर्ज करा रहे है पर नियमित औऱ निविदा बिजलीकर्मियों की कोई सुनने वाला नही है ऊर्जामंत्री से चेयरमैन की जुगलबंदी ने बीच के सारे रास्ते बंद कर रखे है।नतीज़े के रूप में नियमित बिजलीकर्मियों का 29 मई से अनिश्चितकालीन कार्य वहिष्कार की घोषणा के बाद अब निविदकर्मियो ने 20 मई से कार्यवहिष्कार की घोषण कर दी।
निविदा संध के प्रदेश महामंत्री देवेंद्र पाण्डेय ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन एवं इसके सहयोगी निगमों द्वारा अपने स्वयं के आदेश का उलंघन कर आउटसोर्स कर्मचारियों कि छंटनी करने, 55 वर्ष का हवाला देकर कार्य से हटाने, कार्य के अनुरूप अनुबंध न करने, वेतन भुगतान में भेदभाव करने, मार्च 2023 में हटाए गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस न लेने, हटाए गए कर्मचारियों के बकाए वेतन का भुगतान न करने,ई पी एफ घोटाले कि जांच न कराने, घायल कर्मचारियों का कैशलैस इलाज न कराने आदि के कारण संघ द्वारा 15 मई 2025 को शक्ति भवन लखनऊ पर सत्याग्रह किया गया जहां से पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों कि गिरफ्तारी कराकर ईको गार्डेन आलमबाग लखनऊ भिजवा दिया गया।
जिसको ध्यान में रखकर संगठन द्वारा प्रदेश के भिन्न-भिन्न जनपदों के 33/11 के वी विद्युत उपकेंद्रों से लेकर ईको गार्डेन आलमबाग लखनऊ तक पर सत्याग्रह शुरू कर दिया गया।
इसके बावजूद भी पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन द्वारा कर्मचारियों कि समस्याओ का संज्ञान नहीं लिया गया, जिससे कर्मचारियों में व्याप्त निराशा को ध्यान में रखकर संघ द्वारा 20 मई 2025 के ए- पाली (00 बजे से 08 बजे) से 72 घंटे का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है।
देवेन्द्र कुमार पाण्डेय,
प्रदेश महामंत्री।
का पूरे प्रदेश के निविदा संविदा कर्मियों के लिए ऑडियो संदेश