विद्युत विभाग:9 संविदाकर्मी बर्ख़ास्त:निगम हित में नही थी कार्यप्रणाली:फर्म को कराया गया अवगत:वेतन घोटाले में उठे कई सवाल

वाराणासी 9 अक्टूबर:“”निगम हित औऱ स्वम् हित में में दो-दो कार्यप्रणाली””” पूर्वांचग निगम के ग्रामीण मंडल में निविदाकर्मियो को निगम हित मे कार्य न करने के दृष्टिगत सेवा से बर्ख़ास्त कर दिया गया जिसकी सूचना अधिकारी द्वारा बाक़ायदा फार्म को दे दी गई है। खंड के अधिकारी ने बाक़ायदा फर्म को सूचित किया कि बर्खास्त निविदाकर्मियो की कार्य प्रणाली निगम हित मे नही है ऐसी स्थिति में विभाग उनकी सेवाएं लेने में औऱ वेतन देने में असमर्थ है।
निविदाकर्मियो को निकालने में विभाग की निगम हित मे एक कार्यप्रणाली
ग्रामीण मंडल के भ्रष्टाचारी वितरण खंड-बरईपुर में खंड अधिकार ने मंगलवार को नौ संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया। बर्ख़ास्त निविदाकर्मी काशीपुर और अमरा उपकेंद्र पर तैनात थे। इन पर राजस्व, बिलिंग, अनुरक्षण कार्य में सम्पादन में शिथिला बरतने और कार्य पूर्ण न करने का आरोप लगा था। संविदा कर्मी प्रताप कुमार, राजेश कुमार यादव, श्यामजीत पाल, संदीप राय, शशिकांत मलिक, दुर्गेश कुमार, रवि मौर्या, भाई महात्मा, चंद्रमा प्रसाद पर कार्रवाई हुई है।
निविदाकर्मी कंप्यूटर ऑपरेटरों में घोटाले के लिए अपने हित मे दूसरी कार्यप्रणाली
वही दूसरी तरफ़ वेतन घोटाले में कंप्यूटरों ऑपरेटरों को निकालने औऱ रखने में फार्म को नही बताया जाता रहा घोटाले के सूत्रधार टेंडर बाबू,बड़े बाबू औऱ रोकड़िया(टेस्ट) अपने अपने चहेतों को रखते ओर उपस्थिति फार्म को भेज कर वेतन लेते रहे। जिसकी वजह से सारे कंप्यूटर इन्ही षड्यंत्रकरियो को अपना मालिक मानने को मजबूर थे।
पिछले 10 वर्षों में अनेको ऑपरेटर निकाले गये तमाम रखे गये