विद्युत विभाग:CS-3/CS-4 के ऑनलाइन पोर्टल आकड़ो में बढ़ते लाइन लॉस पर पूर्वान्चल प्रबंधन का Manual Entry से लाइन लॉस कम करने की पाठशाला
वाराणसी 4 मई:पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा उपभोक्ताओं को बेची गई बिजली औऱ उसके सापेक्ष वसूली के आंकड़े जो CS-3/CS-4 को ऑनलाइन पोर्टल पर भरने के आदेश के बाद,प्राप्त आंकड़ों में विभाग के लाइन लॉस आकड़ो में बढ़ौतरी से वाणिज्यिक पैरामीटर के फेल होने की पोल खुलने से अब अपने पुराने ढर्रे पर लौटने को हुआ मजबूर।
RDSS योजना के करोड़ो खपाने के बाद भी पूर्वान्चल की लाइन लॉस में अपेक्षाकृत सुधार न दिखने औऱ ऑनलाइन पोर्टल पर CS-3/CS-4 के आंकड़ों से पूर्वान्चल के वाणिज्यिक पैरामीटर फेल होने की पोल खुलने से पूर्वान्चल प्रबंधन के द्वारा अपनी नाकामियों को छुपाने के दृष्टिगत अब CS-3/CS-4 के आकड़ो को मैनुवल इंट्री करने औऱ तौर तरीकों से खंड के अधिकारियों को अवगत कराने के लिए निगम मुख्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया।
पूर्वांचल निगम मुख्यालय के शिव शक्ति सभागार में प्रबंध निदेशक अध्यक्षता में CS-3/CS-4 पोर्टल के प्रयोग एवं उसमे Manual Entry विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 96 विद्युत वितरण खंडो के अधिसाशी अभियंता एवं खण्डीय लेखाकारों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में डिस्कॉम के वाणिज्य अनुभाग के अधिकारियों द्वारा राजस्व वसूली बढ़ाने, वितरण हानियो को कम करने, क्वॉलिटी बिलिंग को बढ़ाने, CS-3/CS-4 पोर्टल से विभिन्न Commercial Parameters के अनुश्रवण पर विस्तृत चर्चा की गयी।
निगम मुखिया की पाठशाला में शिरकत करने वाले अभियंताओ ने लाइन लॉस कम न होने पर प्रबंधन की नीतिओ पर सवाल खड़े किये जिनमे उपभोक्ताओं की शतप्रतिशत बिलिंग औऱ मीटरिंग न होना बताया, उनका कहना है कि जब तक प्रबंधन इन व्यस्थाओं पर शक्त ख़त्म नही उठाएगा चाहे जितनी पाठशाला/कार्यशाला हो स्थित में सुधार नही हो सकेगा, सिर्फ कागजों में कुछ भी किया जा सकता है।
पूरे दिन धमकाये पर भोजन मस्त कराए
कार्यशाला समापन के बाद बाहर निकले अधिकारियो कार्यशाला की जानकारी पूछी तो एक अधिकारी ने हसते हुए कहा परम्परागत तरीके से हम सब को पूरे दिन धमकाया पर भोजन मस्त कराया कहते हुए निकल लिए।
वैसे दिन भर चली पाठशाला में अभियंताओ को हड़काने का कार्यक्रम चलता रहा किसी को निलंबित करने तो किसी को सबक सिखाने की भभकियों के बाद लज़ीज भोजन परोस कर विदा किया गया।
पाठशाला के आयोजन का जिम्मा जानपद इकाई ने संभाल रखा था। लगभग 400रुपए की शाही थाली के 300 आर्डर मंगाए गए