विश्व प्रसिद्ध रामनगर की रामलीला में धनुष यज्ञ के मंचन का अजय राय व कांग्रेस जन ने लीला का श्रवण किया
वाराणसी 21 सितंबर :विश्व प्रसिद्ध रामनगर की रामलीला में धनुष यज्ञ के लीला के मंचन को श्रवण किए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व कांग्रेसजन।साल 1783 में रामनगर में रामलीला की शुरुआत काशी नरेश ने की थी। तब से यह रामलीला आज भी उसी अंदाज़ में होती है। यही अंदाज इस रामलीला को अन्य रामलीला से अलग करता है। पूरा मंचन रामचरितमानस के आधार पर अवधी भाषा में होता है।233 साल पुरानी यह रामलीला पेट्रोमेक्स और मशाल की रोशनी में ही होती है। लीला देखने भारी संख्या में भीड़ जुटती है फिर भी किसी माइक का इस्तेमाल नहीं होता। बीच-बीच में ख़ास घटनाओं के वक़्त आतिशबाज़ी ज़रूर होती है।काशी के परंपरा रीति रिवाज ,संस्कृति,आध्यात्म,आस्था से सदैव अजय राय का जुडाव रहता है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला अपने प्राचीनता को समेटे हुए काशी की संस्कृति के मनोरम उत्सव को जीवंत करता है।प्रभु श्री राम जी करुणा, एकता के प्रतीक है।यह विश्व प्रसिद्ध लीला सिर्फ संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक के साथ साथ सहिष्णुता, वीरता और आध्यात्मिकता की भी साक्षी है।काशी पावन धरा और इस लीला गौरवांवित होती है।आज हम लोग धनुष यज्ञ लीला का श्रवण किए।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, ओमप्रकाश ओझा,सतनाम सिंह,शमसाद खां, राजेन्द्र गुप्ता,मनीष मोरोलिया,विपिन सिंह,मनोज दृवेदी, विनोद शुक्ला, घनश्याम सिंह,सुनील राय, अनुभव राय,रोहित दुबे,चंचल शर्मा,आसिष गुप्ता,धीरज सोनकर,दीपक कन्नौजिया, समेत कई लोग उपस्थित रहे।