सुल्तानपुर जिले का नाम बदलकर कुशभवन पुर किये जाने का संतों ने किया समर्थन
लखनऊ 30अगस्त:योगी सरकार द्वारा सुल्तानपुर जनपद का नाम बदलकर कुश भवन पुर रखने के प्रस्ताव का अयोध्या के संतों ने समर्थन किया है। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने कहा कि फैसले का स्वागत है जितने भी जिले हैं,जितने भी प्रांत हैं जिनमें मुगल काल में गड़बड़ियां हुईं हैं उन सभी प्रांतों,जिलों के नाम बदल देना चाहिये यदि सुल्तानपुर का नाम कुश भवनपुर रखा जाता है तो बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि लव और कुश भगवान श्रीराम के पुत्र थे और कुश के नाम से जिले का रखने से यह सम्बन्ध सीधे भगवान राम से और सनातन धर्म से जुड़ेगा।जिस भगवान ने आकर धर्म की स्थापना की और अधर्मियों का नाश किया है उनसे जुड़ेगा।
सुल्ताना एक डाकू था उसी के नाम से सुल्ताना-सुल्ताना कहते -कहते जिले का नाम सुल्तानपुर पड़ गया और अब इसे बदल कर कुश भवानी पुर या कुश भवन पुर रखा जा रहा है तो यह सनातन से जुड़ेगा यह बहुत अच्छा है सब लोग इसको मानेंगे। यह बहुत जरुरी भी है हम सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं।
योगी सरकार अयोध्या परिक्षेत्र को पूरी तरह से राममय करने में जुटी है हलाँकि अयोध्या प्राचीन काल से राम मय रही है लेकिन जिस तरह से इस सरकार में अयोध्या के लिये जो काम किया जा रहा है वह इससे पहले कभी नहीं हुआ। अयोध्या की सांस्कृतिक परिधि जो कि 84 कोस की मानी जाती है उसका पूरि तरह से विकास हो रहा है यह बहुत ही अच्छी बात है। वहीं तिवारी मंदिर के महंत गिरीशपति त्रिपाठी कहते हैं कि अयोध्या के आसपास का यह जो 84 कोस का क्षेत्र है वह कहीं न कहीं भगवान की लीलाओं से या उनके परिवार की लीलाओं से जुड़ा हुआ है ।एक सीधा सम्बन्ध हम लोगों का भगवान राम से है तो यह जो सांस्कृतिक धरती है या जो सांस्कृतिक जोन है उसके विभिन्न नामों को हम उजागर करते हैं तो कहीं न कहीं हम अपने रिश्तों की डोर को मजबूत करते हैं,उस संस्कृति को पुन: अंगीकार करते हैं।एक संत सत्ता में हैं जाहिर सी बात है का वह इन सब चीजों के प्रति जागरुक हैं संवेदनशील हैं इसलिये वह यह कदम उठा रहे हैं उनके इस कदम का बहुत बहुत स्वागत करना चाहिये।