अखिल भारतीय विद्युत महासंघ वाराणसी का प्रतिनिधि मंडल पूर्वांचल के प्रबंधनिदेशक से मिला
वाराणसी26जुलाई: इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल जल्दबाजी में पेश न करें सरकार भारतीय मजदूर संघ सघ के प्रतिनिधियों ने एमडी से मिलकर समस्याओं से अवगत कराया।
सोमवार को दोपहर संघ के पदाधिकारी सर्वश्री राजेंद्र घड़ियाल शशिकांत श्रीवास्तव राजेंद्र सिंह संतोष वर्मा आदि पूर्वांचल एमडी श्री विद्याभूषण से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा तथा वार्ता की संघ ने बताया कि एमडी ने सकारात्मक रूप अपनाते हुए समस्याओं के समाधान को आश्वासन दिया संघ के पदाधिकारी निदेशक कार्मिक श्री पी पी सिंह से भी मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया उसके पश्चात अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ के पूर्व महामंत्री श्री आर पी एस यादव की निवास जाकर उनके स्वस्थ की जानकारी ली एवं प्रदेश उपाध्यक्ष स्वर्गीय एपी श्रीवास्तव के निवास पर जाकर संवेदना प्रकट किया श्री शशिकांत श्रीवास्तव महामंत्री ने बताया कि संघ 29 जुलाई के अधिवेशन तथा 10 अगस्त के कार्य बहिष्कार में शामिल होना है।
इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2021 को संसद के मानचित्र में पारित कराने की दृष्टि से केंद्रीय विद्युत मंत्री आरके सिंह के बयान आर एस एस से जुड़े भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय विद्युत मजदूर संघ के राष्ट्रीय अतिरिक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि व्यापक महत्व के इस बिल पर बिजली उपभोक्ताओं और बिजली कर्मियों से विषद विचार विमर्श किए बिना जल्दबाजी में इसे संसद में न रखा जाए उन्होंने प्रधानमंत्री से यह मांग की है सभी स्टेकहोल्डर को विश्वास में लिए बिना इसे संसद में ना रखा जाए और दुरगमी में परिणाम देने वाले इस बिल पर व्यापक चर्चा की जरूरत है उन्होंने कहा कि बहुत महत्व के इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के तकनीकी पहलुओं पर तकनीकी विशेषज्ञों बिजली इंजीनियरों वह बिजली कर्मियों से कोई विचार विमर्श किए बिना उपभोक्ताओं वह कर्मचारियों को प्रभावित करने वाले दिल को संसद में प्रस्तुत प्रस्तुत करना उचित नहीं है संघ ने कहा कि कोविड महामारी की दूसरी घातक लहर से अभी अर्थव्यवस्था पूरी तरह संभल नहीं पाई है और हजारों बिजली कर्मियों ने महामारी में अपने प्राण गांव आए हैं ऐसे में बिजली क्षेत्र में अभी आपात स्थिति चल रही है अतः इस बीच बिना विचार विमर्श के जल्दबाजी में इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2021 को मानसून सत्र में रखा जाना उचित नहीं होगा उन्होंने यह भी कहा गया है की भीषण गर्मी को देखते हुए बिजली की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है और बिजली नेटवर्क पर भारी दबाव है जिसे कंट्रोल करने में बिजली कर्मी लगे हुए हैं खरीफ की खेती को देखते हुए आने वाले कुछ महीनों में बिजली की मांग और बढ़ने वाली है अतः इलेक्ट्रिसिटी एक्स 2003 में परिवर्तन करने हेतु इलेक्ट्रिसिटी बिल 2021 जो उपभोक्ताओं और बिजली कर्मियों के हितों को प्रभावित करता है इसलिए इसे संसद में रखने का यह उपयुक्त समय नहीं है।