कोविड से सतर्कता हेतु बरेका केंद्रीय चिकित्सालय में सफलतापूर्वक मॉकड्रिल का आयोजन
वाराणसी 11अप्रैल :जिला प्राधिकरण प्रतिनिधि उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अमित सिंह के सहयोग से बरेका केंद्रीय चिकित्सालय में आपातकाल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मॉकड्रिल का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। मॉकड्रिल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट से शुरू हुआ और यह बेहतरीन काम करते हुए पाया गया। बरेका केंद्रीय चिकित्सालय में मॉक ड्रिल के दौरान डमी मरीज को सभी मानक सावधानियों के साथ एम्बुलेंस से कैजुअल्टी वार्ड में स्थानांतरित किया गया एवं साथ ही तत्परता के साथ 1.30 मिनट के अंदर (मानक 5 मिनट के विपरीत) ऑक्सीजन पहुंचाई गई। बरेका केंद्रीय चिकित्सालय में मॉकड्रिल के दौरान ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र के विभिन्न पहलू जैसे ऑक्सीजन पीएसए (610LPM) की क्षमता, ऑक्सीजन की शुद्धता (93%), संयंत्र पर दबाव (4.5 बार) उत्कृष्ट पाया गया। मॉकड्रिल में बरेका केंद्रीय चिकित्सालय के आईसीयू, मेल व अन्य वार्डों में साफ ह्यूमिडिफायर के साथ ऑक्सीजन डिलीवरी सिस्टम सुचारू रूप में पाया गया। ऑक्सीजन अलार्म सिस्टम एवं वेंटिलेटर की जांच की गई जिसे काम करने की अच्छी स्थिति में पाया गया। उल्लेखनीय है कि बरेका को कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बरेका केन्द्रीय चिकित्सालय, वाराणसी को 50 बेड वाले एल-2 सुविधा केंद्र के रूप में आरक्षित किया गया है।
मॉकड्रिल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के साथ ही ऑक्सीजन मैनीफोल्ड प्लांट और अन्य आवश्यक महत्वपूर्ण उपकरण जैसे बीआईपीएपी, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) का परीक्षण किया गया और अच्छी कामकाजी परिस्थिति में पाया गया। अधिकारियों ने उपभोग्य सामग्रियों की उपलब्धता का भी आकलन किया, जो बड़े पैमाने पर कोविड मामलों से निपटने के लिए संतोषजनक पाया गया। एल2 सुविधा केंद्र में सेवाएं देने के लिए मानव संसाधन पर्याप्त और प्रशिक्षित पाया गया। अन्य सहायक प्रयोगशाला परीक्षण और जिला नियंत्रण कमान केंद्र की त्वरित डिलीवरी को पूरा करने के लिए नेटवर्क जैसी सुविधाओं का संतोषजनक मूल्यांकन किया गया।
इस अवसर पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, वाराणसी, डॉ अमित सिंह, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बनारस रेल इंजन कारखाना डॉ देवेश कुमार, कोविड नोडल अधिकारी, बरेका डॉ एस.के. मौर्य, मंडल चिकित्सा अधिकारी, एनेस्थीसिया डॉ विशाल मिश्रा और श्रीमती नर्सिंग अधिकारी श्रीमती गीता चौधरी के साथ ही अन्य सहायक चिकित्सा कर्मियों ने मॉकड्रिल उद्देश्यों को उत्कृष्ट स्तर तक पूरा किया।