क्या अब फिर रुलायगी प्याज? बंद के बावजूद छ: यूरोपीय देशों को निर्यात की दी अनुमति
नई दिल्ली 28 अप्रैल :प्याज की बढ़ती कीमत पर काबू पाने के लिए सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी. पिछले साल 8 दिसंबर से भारत से प्याज का निर्यात बंद कर दिया गया था. लेकिन अब सरकार ने इसमें कुछ छूट दे दी है
और सरकार ने प्याज के निर्यात की इजाजत दे दी है. भारत अब 6 पड़ोसी देशों को प्याज निर्यात करेगा. इससे पहले सरकार ने मध्य पूर्व और कुछ यूरोपीय देशों में 2000 टन सफेद प्याज के निर्यात की अनुमति दी थी.
भारत प्याज भेजेगा
प्याज की कीमत पर काबू पाने के लिए सरकार ने पिछले कई महीनों से प्याज का निर्यात बंद कर दिया था. देश में प्याज की बढ़ती कीमत से जनता को राहत देने के लिए सरकार ने प्याज का निर्यात रोक दिया था,
लेकिन अब धीरे-धीरे प्याज का निर्यात शुरू किया जा रहा है. भारत ने छह पड़ोसी देशों को 99,500 टन प्याज निर्यात करने का फैसला किया है।
इन 6 देशों को प्याज निर्यात करने की अनुमति
यह जानकारी उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा दी गई, जिसमें कहा गया कि भारत बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, भूटान, बहरीन, मॉरीशस और श्रीलंका को 99,150 टन प्याज निर्यात करेगा।
यह फसल मुख्यतः महाराष्ट्र की है। पिछले साल कम उत्पादन के अनुमान के कारण भारत ने घरेलू उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। पिछले साल कम उत्पादन के कारण प्याज की कीमत लगातार बढ़ने लगी थी.
प्याज उत्पादन
पिछले महीने कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में प्याज का उत्पादन लगभग 254.73 लाख टन होने की उम्मीद है।
पिछले साल यह आंकड़ा 302.08 लाख टन था. भारत में प्याज की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में की जाती है।
सरकार ने प्याज के भंडारण में भी सुधार किया है. प्याज भंडारण क्षमता को 1200 टन से बढ़ाकर 5000 टन करने का निर्णय लिया गया है. सरकार को उम्मीद है कि इससे प्याज की बर्बादी कम होगी.