खबरे तबादला एक्सप्रेस uppcl ,पूविद्युत वितरण निगम मे आतंकवादी अभियन्ता के स्थानांतरण के बाद खुशी की लहर
वाराणसी 19 जून : UPPCL से चली पैसेन्जर ट्रेन जैसी तबादला एक्सप्रेस पूर्वांचल में अघोषित विलम्ब होने के बाद भले गंतब्य तक पहुच गयी परन्तु प्रयागराज के आतंकवादी रूपी EE के शक्तिभवन स्थानांतरण से पूर्वांचल के एक बड़े भ्रष्टाचारी खेमे में खुशी की लहर दौड़ती नजर आ रही है वैसे पूर्वांचल में अब तक अपने आप को बेदाग रखने में कामयाब निदेशक कार्मिक को इस तबादला एक्सप्रेस के पूर्वांचल में विलम्ब से चलाने से ज्यादा अपनी निष्पक्ष कार्यप्रणाली पर पूर्वांचल की सियासत में सफलता पूर्वक अंजाम देने की खुशी चेहरे पर साफ झलकती नजर आ रही है । परन्तु डिस्कॉम में मौजूद भ्रष्टाचारीयो की भी पौ बारह देखने को मिली वह भी अपने खेल में काफी हद तक सफलता पाते देखे गए परन्तु आश्चर्य इस बात है कि तबादला एक्सप्रेस पूर्वांचल में पैसेंजर ट्रेन जैसी स्थिति में आने के बावजूद सफलता पूर्वक गंतब्य तक पहुच चुकी है ठीक उसी तर्ज पर चलने वाली ट्रेन प्रयागराज जोन में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही हैं इतना ही नही जोन से सम्बन्धित एक अधिशासी अभियंता द्वारा इसी एक्सप्रेस का हवाला देकर जोन में मौजूद अभियंताओ और बाबुओं को खुलेआम तबादला एक्सप्रेस का हवाला देकर जमकर चाँदी के जूते से अपना मुह सुजवाने का खेल जारी है और शक्तिभवन के से जारी निर्देशो का हवाला देते हुए जमकर मोटी मलाई चाटते हुए चाँदी के जूते से मुह सुजवाने का लगातार क्रम जारी है सूत्र बताते है कि पूर्वांचल डिस्कॉम में भले ही बड़े पैमाने बड़कऊ अपने सिपेसालार से की राय पर इतनी बड़ी कुर्बानी दी और वही उसी डिस्कॉम में मोजुद जानपद (सिविल) में लगभग दस वर्षो से मौजूद लोगों को एक बार फिर अभयदान क्यो दिया गया यह मौजूद प्रबंधनिदेशक/ बडका बाबू की कार्य शैली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाता है क्या फिर इन भ्रष्टाचारियो ने अपने जुगाड डाटकाम का प्रयोग कर सफलता पाई क्या फिर पीएफ धोटाले वाले अध्यक्ष ने फिर से इनको बचाया है या कोई नया पैतरा इन भ्रष्टाचारियो ने लगाया यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा फिलहाल इस डिस्कॉम से फिर एक ईमानदार अभियन्ता शक्तिभवन मुख्यालय पहुंच गया जिसे भ्रष्टाचारियो ने आतंकवादी का नामकरण किया हुआ था अपने निरीक्षणो मे 90% कम्पनियो के समान मे कमी निकलने वाले अधिशासी अभियन्ता बी के शर्मा उर्फ भ्रष्टाचारियो के बीच उपनाम आतंकवाद से मशहूर का स्थानांतरण शक्तिभवन मुख्यालय हो जाने से खाली हुई जगह पर तौनाती के लिए बोली लगने की खबर हवा मे तैरती हुई आई है खैर देखना है कि इस मलाईदार पोस्टिंग पर अब कौन बैठता है । खैर
युद्ध अभी शेष है