खरीफ फसल के लिए खाद्य बीज किसानों को उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है : सहगल
लखनऊ 13 जून 2021।अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के 3टी फाॅमूला का असर है कि आज प्रदेश कोरोना के एक्टिव मामले 10 हजार से कम आये है तथा कोविड के नये मामलों में भी निरन्तर कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संक्रमण कम होने में मुख्यमंत्री जी भ्रमण, 3टी फाॅमूला, आंशिक कोरोना कफ्र्यू तथा टीकाकरण का महत्वपूर्ण योगदान है, जिसके संतोषप्रद परिणाम मिले है। मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 के लिए चलाये जा रहे अभियान की जमीनी हकीकत की समीक्षा एवं निरीक्षण 40 जनपदों तथा 18 मण्डलों का भ्रमण करके किया गया है। मुख्यमंत्री जी द्वारा भ्रमण के दौरान कोविड-19 की समीक्षा की गई है, ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमित लोगों से उनका हालचाल लिया गया है तथा बनाये गये कन्टेनमेन्ट जोन, इंट्रीग्रेटेड कन्ट्रोल एण्ड कमाण्ड सेन्टर का निरीक्षण भी किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आंशिक कोरोना कफ्र्यू लागू किया गया था। जीवन और जीविका दोनों को बचाने के उद्देश्य से आंशिक कोरोना कफ्र्यू में औद्योगिक गतिविधियां, चीनी मिले, गेहूँ खरीद चालू रखी गई थीं, इसके साथ-साथ किसानों के लिए कृषि संयन्त्र से सम्बन्धित दूकाने भी खुली रखी गयी थी।श्री सहगल ने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से निगरानी समितियों द्वारा ट्रेसिंग के तहत घर-घर जाकर संक्रमण की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि 97000 ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है। अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आ रहा है और लक्षण हैं तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ उनको 12 लाख से अधिक मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.50 करोड़ लोगों से उनका हालचाल जाना गया है। प्रदेश में संक्रमण कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्टों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक टेस्ट कराये जा रहे हैं। 31 मार्च से अब तक 65 प्रतिशत टेस्ट ग्रामीण क्षेत्रों में किये गये है।श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आज टीम 9 की समीक्षा में ग्राम प्रधानों को राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से सम्बन्धित प्रशिक्षण दिये जाने तथा नयी ग्राम पंचायतों के खाते खुलवाने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक इकाईयों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये गये है। जिन औद्योगिक इकाईयों में 50 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे है, वहां पर लगभग 3000 कोविड केयर सेन्टर बनाये गये है।श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे टीकाकरण को 06 लाख करते हुए इसे 10 लाख तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। माह जून में 01 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। अगले माह से प्रतिदिन 10 लाख से अधिक टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है। टीकाकरण के लिए आवश्यकता अनुसार कर्मचारियों के प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। तीन महीनों में 10 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश में अवस्थापना सुविधा बढ़ाई जा रही है, जिसके तहत आज 150 बेड बढ़ाए गये हैं। प्रदेश में आॅक्सीजन समुचित मात्रा में उपलब्ध है। पी0एम0के0वाई, सी0एस0आर0, मा0 विधायक/संसद निधि, सरकार के बजट से आक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे है। भविष्य में आॅक्सीजन की प्रदेश में कोई समस्या न हो इसके लिए 427 आॅक्सीजन प्लाण्ट अस्पतालों में लगाये जा रहे हैं, जिसमें से 81 प्लाण्ट क्रियाशील हो गए हैं। उन्होंने बताया कि संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत सभी मेडिकल कालेज में 100-100 बेड पीआईसीयू के, हर जिला अस्पताल में 20-20 बेड पीआईसीयू के और कम से कम दो सीएससी में पीकू/नीकू के बेड बढ़ाये जा रहे हैं। इसके साथ-साथ सभी सीएचसी में 20-20 आॅक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इसके साथ साथ 12 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों के अभिभावकों का प्राथमिता के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है।श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा गेंहूँ खरीद की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। गेहूँ खरीद 15 जून, 2021 तक की जाती है। मुख्यमंत्री जी द्वारा कहा गया है कि इसके बाद भी अगर किसान अपना गेंहूँ लेकर क्रय केन्द्र पर आता है तो उसके आगे भी खरीद होती रहेगी। प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। गेहूँ क्रय अभियान में 11 लाख से अधिक किसानों से 51,05,388 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है, जो विगत वर्ष से डेढ़ गुना अधिक है। उन्होंने बताया कि कुछ जनपदों में गेहूँ खरीद 4 गुना से अधिक की गई है। उन्होंने बताया कि खरीफ की फसल के लिए खाद्य बीज किसानों को उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है।