चुनाव के दौरान फायरिंग का आरोप: BJP ने दिया तोहफा, बनाया युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष
29अगस्त2021
उत्तर प्रदेश में बीते जुलाई महीने में हुए ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान जिस शख्स पर बवाल और फायरिंग का आरोप लगा था. बीजेपी ने उसे ही युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बना दिया है. यही नहीं जिसे जिलाध्यक्ष बनाया गया है उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश के 7 जनपदों में बीजेपी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनोनीत किए, जिनकी घोषणा 27 अगस्त को की गई. इसमें इटावा बीजेपी युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष विवेक चौधरी उर्फ संजू चौधरी को बनाया गया है. अब आरोप लग रहे हैं कि विवेक चौधरी उर्फ संजू बढ़पुरा ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बवाल, फायरिंग में शामिल थे. पुलिस ने 13 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था और भारतीय जनता पार्टी ने इनाम के तौर पर उन्हें बीजेपी युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बना दिया है.
उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद में 10 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख का मतदान हुआ था, बढ़पुरा ब्लॉक में मतदान चल रहा था. वहां ड्यूटी पर तैनात एसपी सीटी प्रशांत कुमार प्रसाद को भाजपा नेता विमल भदौरिया एवं उनके सहयोगियों के द्वारा एसपी को थप्पड़ मारने और बवाल होने की सूचना आई. इसके बाद पुलिस ने 11 जुलाई को बढ़पुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया था. इस केस में भारतीय जनता पार्टी के नेता विमल भदौरिया सहित अज्ञात 100 से अधिक लोगों पर केस दर्ज किया गया था. पुलिस ने दबिश देनी शुरू की और 13 जुलाई को दो लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए लोगों में विवेक चौधरी उर्फ संजू चौधरी पुत्र अनिल कुमार भी शामिल थे. उनके साथ श्याम सिंह भदौरिया पुत्र दीपू सिंह भदौरिया को भी गिरफ्तार किया गया था. अब इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी झूठ बोलने की पार्टी है. अपराधियों को वह प्रमोट करती है. बढ़पुरा ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में जिन लोगों ने उपद्रव किया था, फायरिंग की थी. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था, उसी को बीजेपी ने युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बना दिया है. बीजेपी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है.