डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर क्षेत्र में दुर्घटना में मृत लोगों के प्रति संवेदना जतायी
वाराणसी1जून:
उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर क्षेत्र में दुर्घटना में मृत लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कमिश्नर दीपक अग्रवाल से वार्ता कर श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में ललिता घाट के पास निर्माण कार्य के दौरान सुबह गोयनका छात्रावास परिसर का एक हिस्सा गिरने की घटना में मृत दो मजदूरों को 5-5 लाख तथा घायल मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की मुआवजा धनराशि प्रदान करायी। उन्होंने मृत मजदूरों के शवों को पूरे सम्मान के साथ उनके गृह जनपद भेजने की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने को कहा। इसके अलावा उन्होंने मामूली रूप से घायल मजदूरों को उनकी इच्छानुसार एंबुलेंस के माध्यम से उनके गृह जनपद भेजे जाने की व्यवस्था शीघ्र किये जाने को कहा।
मंत्री डॉ0 नीलकंठ तिवारी कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया कि चूँकि बरसात का मौसम बना हुआ है, इसलिए मौके पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने के बाद ही निर्माण कार्य कराया जाए। जिससे इस प्रकार की घटना की पुनरावृति किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि आज मंगलवार को प्रातः लगभग 4:00 बजे श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना में निर्माणकर्ता कम्पनी मे0 पी0एस0पी0 के मजदूर अपने निवास स्थान से निकलकर परियोजना क्षेत्र में स्थित निष्प्रयोज्य भवन के अवशेष के पास बैठे हुए थे, तभी अचानक निष्प्रयोज्य भवन के अवशेष का कुछ हिस्सा गिर गया। इसमें कुल 8 मजदूर घायल हो गए, जिन्हें श्री शिवप्रसाद गुप्त मण्डलीय अस्पताल में चिकित्सा हेतु भेजा गया है। जिनमें से दो मजदूरों की चिकित्सा के दौरान मृत्यु हो गयी। घायलों का इलाज करा दिया गया। मृतको के परिजनों को 5-5 लाख रूपये (3 लाख 3 लाख मे0 पी०एस०पी० एवं 2 लाख 2 लाख रूपये मंदिर प्रशासन द्वारा) मुआवजा रूप में सहायता दी गयी है। घायल मजदूरों को 50-50 हजार रूपये (25 हजार रूपये मे0 पी०एस०पी० द्वारा एवं 25 हजार रूपये मन्दिर प्रशासन) द्वारा दिया गया है।