एक झलक

दीपावली पर भूलकर भी न करें ये गलती, रूठ सकती हैं मां लक्ष्मी

31अक्टूबर :2023
इस साल दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को मनाया जाएगा। पंचांग भेद के चलते कुछ लोग 31 अक्टूबर गुरुवार, तो कुछ लोग 1 नवंबर को दीपावली मनाएंगे।

हालांकि दीपावली पूजन किसी भी दिन हो लेकिन ज्योतिषाचार्य के अनुसार कुछ ऐसी बातें हैं जिनका आपको पूजन में विशेष ध्यान रखना है। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो हो सकता है मां लक्ष्मी की कृपा से आप वंचित रह जाये

दिवाली के दिन भूलकर भी न करें ये गलती

भूलकर भी न करें दही का सेवन

ज्योतिषाचार्य के अनुसार दीपावली के दिन भूलकर भी दही का सेवन नहीं करना चाहिए। मां लक्ष्मी की पूजा के दिन खट्टी चीजों से परहेज करना चाहिए। खासतौर पर दही का, हालांकि इसे पंचामृत और चरणामृत के रूप में सेवन किया जा सकता है। पर भोजन के रूप में इसका उपयोग भूलकर भी न करें।

सूर्यास्त के बाद सोना है वर्जित

ज्योतिष में शाम का समय मां लक्ष्मी का होता है। ऐसा मानते हैं कि दिवाली के दिन शाम को मां लक्ष्मी भ्रमण के लिए निकलती हैं। ऐसे में यदि आपको ध्यान रखना है कि दीपावली के दिन सूर्यास्त के बाद आप न सोएं। अगर ऐसा करते हैं तो मां लक्ष्मी आपसे रुष्ठ हो सकती हैं।

दीपावली पर क्रोध न करें

आपको ध्यान रखना है कि दीपावली के दिन आपको गुस्सा नहीं करना है। इस दिन क्रोध करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं होती। मां लक्ष्मी की पूजा प्रसन्न होकर प्रेमभाव के साथ करनी चाहिए।

किसी भी निंदा न करें

मां लक्ष्मी को निंदा करना पसंद नहीं। यानी आपको दीपावली के दिन किसी की भी निंदा करने से बचना होगा। ऐसा करने से आप मां लक्ष्मी की कृपा से वंचित रह सकते हैं।

दिवाली के दिन क्या करना चाहिए

मां लक्ष्मी को जरूर लगाएं इन चीजों का भोग, प्रसन्न हो जाएंगी धन की देवी

दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के बाद उन्हें खीर का भोग जरूर लगाए। खीर के भोग से मां जल्दी प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखती हैं।दीपावली पर धना यानी धनिया जरूर चढ़ाना चाहिए। धना को धन से जोड़कर देखा जाता है। इसएिल धनिया के बिना मां लक्ष्मी की पूजा अधूरी मानी जाती है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार धना धान्य का प्रतीक है।

मां लक्ष्मी को क्यों चढ़ाते हैं गडिया-गुल्ला, इसके बिना क्यों अधूरा है लक्ष्मी पूजन

आपने देखा होगा लक्ष्मी पूजन में मां लक्ष्मी को शकर से बने गडिया गुल्ला और बताशों का भोग जरूर लगाया जाता है। लक्ष्मीजी को शकर से बनी चीजें बहुत पसंद है। गडिया गुल्ला शुद्ध होते हैं। ये शकर से बने होते हैं। इसमें किसी तरह की कोई मिलावट नहीं होती इसलिए इन चीजों के बिना मां लक्ष्मी का पूजन अधूरा माना जाता है।

क्यों उपयोग होते हैं डबला

लक्ष्मी पूजन में उपयोग होने वाले मिट्टी के डबलों को समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है। इसमें अन्न भरने के पीछे की मान्यता भी यही है कि जिस तरह मिट्टी के डबला में धान की लाई भरते हैं उसी तरह सालभर हमारा घर अन्नपूर्णा मां के आशीर्वाद के साथ खुशहाल रहे।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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