पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम H R A के नाम पर करोड़ो का घोटाला, प्रबन्धन बेखबर
वाराणसी 27 सितंबर : कर्ज के मर्ज में डायलिसिस पर चलने की बात हो या फिर घोटाले की सुर्खियों की बात जब पूर्वांचल में चलती है तो विद्युत विभाग का नाम जरूर आता है भले विभाग घाटे हो कर्ज में डूबा हो परन्तु यहाँ घोटाले जरूर बड़े पैमाने पर किये जाते हैं ताजा तरीन मामला पूर्वांचल के वाराणसी मेंवितरण खण्ड द्वितीय एक बार पुनः घोटाले की सुर्खियों में सामने आया है यहाँ के अधिकारी एवं कर्मचारियो की मिलीभगत से हाउस रेन्ट एलाउंस के नामपर UPPCL को लाखों करोड़ों का चूना लगाने का मामला प्रकाश में आया है पाठको को बताते चले कि इस वितरण खण्ड से ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था संचालित होती है और यहा के सबडिवीजन एवं बिजलीघर भी ग्रामीण क्षेत्रों में है जिससे यहाँ तैनात कार्मिकों एवं अभियंताओ द्वारा विगत कई वर्षों से HRA शहरी क्षेत्र के हिसाब से दिया जाता है यह प्रक्रिया इस वितरण खण्ड में बदस्तूर जारी है जबकि नियमानुसार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के HRA की धनराशी में दुगने से भी ज्यादा का अंतर है फिलहाल यह तो एक बानगी है सूत्र बताते हैं कि इस तरह के गोरख धन्धे के बल पर UPPCL को बड़े पैमाने पर चुना लगने की संभावना है परन्तु आश्चर्य की बात है डिस्कॉम मुख्यालय के आलीशान दफ्तरों में बैठे जिम्मेदार वातानुकूलित कमरों में आराम फरमाते देखे जा सकते हैं मुख्यालय से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित वितरण खण्ड में HRA के नाम पर UPPCL को लाखों करोड़ों का चूना विगत कई वर्षों से लगातार लगाया जा रहा है परन्तु प्रबन्धन पूरी तरह कुम्भकर्णी नीद में सोया हुआ है।
वैसे इस वितरण खण्ड के नवागन्तुक अधिशासी अभियंता से जब इस सम्बंध में समय का उपभोक्ता समाचार के प्रबन्ध संपादक ने बात करी तब उन्होंने ने इस तरह के घोटले की बात को स्वीकार करते हुए बताया कि इस तरह की गड़बड़ी मेरे संज्ञान में आ चुकी है जिसे इस माह का वेतन वितरण के पूर्व सही कर लिया जाएगा परन्तु सवाल यह उठता है कि यह गोरखधन्धा विगत कितने वर्षों से चल रहा है और इसकी रिकवरी कैसे होगी यह तो पूर्वांचल की कछुवा चाल वाली जांच कमेटी बताएगी क्योंकि इस विभाग में बड़े बड़े घोटाले की जांच बड़े बड़े भ्रष्टाचारियो द्वारा कराई जाने का चलन है जिसके चलते यह जांच को अंजाम तक पहुचने में कई वर्षो का समय लगने की संभावना है जिसका उदाहरण प्रयागराज के हड़िया विधुत वितरण खण्ड में उपभोक्ताओं के बिल के लाखों के घोटाले की लंबित जांच प्रबन्धन के कथनी और करनी की दास्तान बया करती है। खैर
युद्ध अभी शेष है