प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी युवाओ द्वरा2017में श्रीनगर के लालचौक तिरंगा फहराने की यातना झेलने वाले क्यू है गुमनाम
दल अलग था, पर दिल तो तिरंगा था?
वाराणसी15अगस्त:मानवाधिकार जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कुमार पाठक एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व मे 9 कार्यकर्ता 13 अगस्त 2017 को वाराणसी कैंट स्टेशन बेगमपुरा एक्सप्रेस से जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हुए इस बार कार्यकर्ताओं ने यह संकल्प लिया था कि किसी भी कीमत पर लाल चौक पर तिरंगा लहराएंगे इस बार जम्मू कश्मीर प्रशासन ने 2016 सोचा कि यह लोग जम्मू से पिछली बार की तरह वापस चले जाएंगे जम्मू सर्किट हाउस में सभी कार्यकर्ता रुके थे थोड़ी सी सुरक्षा व्यवस्था में शासन द्वारा चूक हुई जिसका फायदा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उठाया पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता चंद शेखर सिंह ने एक योजना बनाई चंद्रशेखर सिंह के योजना के मुताबिक एक एक कार्यकर्ता सर्किट हाउस से बाहर निकलते रहे किसी भी पुलिसकर्मी की निगाह नहीं पड़ी सभी लोग ऐसी स्टैंड पहुंच गए उस समय भीषण बारिश हो रहा था टैक्सी वाला जो कि एक मुसलमान चालक था उसने हम लोगों को भरोसा दिलाया कि हम आप लोगों को लाल चौक तक सुरक्षित पहुंचाएंगे रात 11:00 बजे भीषण बारिश और बिजली की गड़गड़ाहट के बीच हमारी tavera गाड़ी श्रीनगर के टेढ़े-मेढ़े खतरनाक मोड़ पर रात भर चलती रही योजना के मुताबिक हम सात कार्यकर्ता लाल चौक से 500 मीटर की दूरी पर एक मंदिर में अपना ठिकाना बना लिया चंद शेखर सिंह और उनके एक साथी होटल में रुक गए जम्मू सर्किट हाउस में हम सभी लोगों को गायब हो जाने से पूरे जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट जारी हो गया जिला प्रशासन के हाथ पांव फुल गए क्योंकि तिरंगा यात्री जम्मू सर्किट हाउस से निकल चुके थे श्रीनगर के सभी होटलों पर ताबड़तोड़ श्रीनगर प्रशासन द्वारा छापा मारी का अभियान शुरू हुआ उस अभियान के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कुमार पाठक अपने सात साथियों के साथ गिरफ्तार हो गए गिरफ्तार करने वाले अमृतपाल ips और सहित पुलिस स्टेशन के s h o एवं तमाम आला अधिकारी मंदिर पे पहुंच गए जिसे मंदिर के तमाम पुजारियों के बीच में हड़कंप मच गया उधर जिला प्रशासन पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता चंद्रशेखर सिंह को ढूंढने लग चंद्र शेखर सिंह 14 अगस्त को शाम 6 बजे तिरंगा लेकर लाल चौक पर दौड़ पड़े लाल चौक पर सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों एवं bsf के जवानों में हड़कंप मच गया तमाम पुलिसकर्मी एवं आला अधिकारी चंद्र शेखर सिंह पर टूट पड़े भारत माता की जय वंदे मातरम आतंकवाद मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए चंद्र शेखर सिंह दौड़ रहे थे जिला प्रशासन के अधिकारी पीछे पीछे भाग रहे थे अंत में कुछ पुलिसकर्मी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ हाथापाई करने लगे और झंडे को छीनकर फाड़ दिया गया चंद शेखर सिंह को गिरफ्तार करके लाल चौक स्थित शहीद पुलिस स्टेशन पर लाया गया वहां पहले से मौजूद पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन में बंद थे 32 घंटे तक भूख एवं प्यास से व्याकुल कार्यकर्ता भारत माता की जय वंदे मातरम का नारा लगा रहे थे 15 अगस्त को सुबह लाल चौक के आसपास बम और गोली के धमाके सुनाई दिए पुलिस स्टेशन के गेट बंद कर दिए गए दोपहर तक पुलिस के गाड़ियों के सायरन एवं गोलियों की आवाज सुनाई दे रही थी हम सभी लोग पुलिस स्टेशन के दूसरी मंजिल के कमरे में बंद पड़े थे ना वहां कोई खाने की व्यवस्था थी न पानी पीने की 15 अगस्त को शाम 4:00 बजे हम लोगों को जली हुई सुखी रोटी एवं एक तब में पानी दार राजमा की सब्जी मिली रोटी ऐसी थी जो दांतो से भी टूट नहीं रहा था 15 अगस्त को हम लोग जम्मू के लिए निकलने वाले थे शाम आठ बजे निजी मुंचलका पर हम सभी कार्यकर्ता रिहा हुए पूरे श्रीनगर के लाल चोक में हम लोगों के आने की सूचना वहां के पत्थर वाज एवं कट्टरपंथी को पता लग गया था जैसे ही हम लोग गाड़ी में बैठे कुछ कट्टरपंथी एवं पत्थर बाज लड़के आकर हम लोगों के गाड़ी का नंबर प्लेट का फोटो खींच लिए प्रशासन द्वारा हम लोगों को अवगत कराया गया कि आप लोगों के जान को खतरा है दूसरी गाड़ी की व्यवस्था श्रीनगर के प्रशासन द्वारा कराया गया मध्य रात्रि में गुप्त रुप से हम लोगों को वहां से कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के लिए रवाना हुआ बहुत ही गर्व की बात है धारा 370 एवं 35 ए विरोध में जो हम लोगों ने आंदोलन चलाया था और 2017 कि शायद यह अंतिम यात्रा थी भारत के इतिहास में हम लोग अंतिम गिरफ्तार होने वाले क्रांतिकारी भारत माता के सपूत थे आज हम सभी लोगों को गर्व है भारत माता की जय वंदे मातरम जय मां भारती।
खैर कल हम जिस लालचौक पर तिरंगा लहरा कर गद्दारों को उनकी औकात बताना चाहते थे आज वह चौक वह जमी हमारी थी और है सरकार हमे न पहचाने लेकिन हम उस नगर के वासी है जिस काशी में मां गंगा बहती है।