बाराबंकी की बेटी खुशबू आज़म ने बीपीएससी में लहराया परचम बनी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी
बाराबंकी8जून2021 सच ही कहा गया है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। मेहनत अपना रंग दिखाती ही है। कुछ ऐसा ही हुआ है बाराबंकी की बेटी खुशबू आजम के साथ। उन्होंने अपनी मेहनत से न केवल बाराबंकी बल्कि बिहार में भी अपनी प्रतिभा का झंडा बुलंद किया है। उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) में अपनी प्रतिभा का झंडा बुलंद कर सफलता हासिल की। उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
विदित हो कि देवा के इस्माईलपुर में रहने वाली हैं खुशबू आजम वारसी बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) की परीक्षा में सफलता हासिल की है। रविवार को बिहार लोक सेवा आयोग ने 64वीं का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। इसमें कुल 1454 छात्रों का चयन किया गया है। जिसमें खुशबू आज़म ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के पद पर चयनित होकर जनपद का मान बढ़ाया है।
बाराबंकी के सेंट एंथोनी कॉलेज से हाईस्कूल और एमिटी कॉलेज नोएडा से इंटर की टॉपर खुशबू आजम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कॉलेज से स्नातक करने के बाद पॉलिटिकल साइंस में परस्नातक किया। जहां वह ओवरआॅल टाॅपर रही।
खुशबू के पिता फिराकुल आजम वारसी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन बार सदस्य रहे है। जिनका विगत चार वर्ष पूर्व निधन हो गया। वहीं उनकी माता शगुफ्ता आजम हॉकी की राष्ट्रीय खिलाड़ी रही है। खुशबू के बड़े भाई दानिश आजम वारसी राज्य समन्वयक कांग्रेस सोशल मीडिया उ.प्र. है। पारिवारिक पृष्ठ राजनीतिक होने के बावजूद खुशबू को परिवार से काफी मदद मिली।
बीपीएससी में खुशबू को पहली बार में सफलता हासिल हुई है। अपनी सफलता के पीछे खुशबू ने माता-पिता और भाई का आशीर्वाद बताया है। बीपीएससी में जिले का नाम रोशन कारण वाली खुशबू आजम ने कहा कि उनका मुख्य सपना आईएएस बनना है। इसके लिए वह लगातार मेहनत कर रही हैं। बेशक इसमें भी उन्हें सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर स्वजनों का मार्गदर्शन और आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहा तो वह अपने मिशन में जरूर कामयाब होकर रहेंगी। समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने बधाई देते हुए कहा कि खुशबू के पीसीएस में चयनित होने से बाराबंकी ही नहीं, पूरा उत्तर प्रदेश गौरवान्वित हुआ है।
वहीं, इस सफलता पर पूर्व सांसद डाॅ.पी.एल पुनिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कान्त सहाय, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, महिली कांग्री की राष्ट्रीय समन्वयक सदफ जाफर, शाहनवाज आलम, पुखुड़ी पाठक, शिवशंकर शुक्ला, शाहजादे आलम वारसी, वासिक रफीक वारसी, रिजवान रज़ा, धनंजय शर्मा, मनीष सिंह आदि ने उन्हें बधाई दी है।