बिहार को मोदी सरकार का तोहफा, 56,700 करोड़ की लागत से बनेंगे पटना,कोलकाता समेत 8 एक्सप्रेस वे
पटना28सितम्बर:कोलकाता एक्सप्रेस-वे समेत प्रदेश की 8 सड़कें बनाने पर राजी केंद्र सरकार ने भारतमाला परियोजना के दूसरे चरण (भारतमाला-2) में बिहार के आठ राष्ट्रीय राजमार्गों को शामिल करने के लिए प्रारंभिक सहमति दे दी है। इनकी लागत की शुरुआती अनुमान करीब 60 हजार करोड़ रुपए है। इन आठ एनएच परियोजनाओं को भारतमाला में शामिल करने के संबंध में सड़क निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आला अधिकारियों से गंभीर बातचीत की।
जिसमें यह बात सामने आई कि केंद्र बिहार के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। जो नेशनल हाईवे फोर लेन बनाने को तैयार है। अगस्त के पहले हफ्ते में बिहार सरकार ने इस मुद्दे पर केंद्र को प्रस्ताव भेजा था। नितिन ने कहा कि अब शुरुआती स्तर पर सहमति बनने के बाद औपचारिक तौर पर केंद्र सरकार से अंतिम मंजूरी मिलेगी और फिर डीपीआर तैयार की जाएगी। इनमें निर्माणाधीन भारत-नेपाल सीमा, पटना-कोलकाता एक्सप्रेस, बक्सर-पीरो-अरवल-जहानाबाद-बिहारशरीफ पथ, दलसिंहसराय-सिमरी-बख्तियारपुर ग्रीन फील्ड पथ, दिघवाड़ा से नेपाल सीमा रक्सौल पथ, सुल्तानगंज से देवघर पथ, सीवान के रास्ते मशरख शामिल हैं।रामजानकी वाया मुजफ्फरपुर में 4 लेन की सड़क शामिल है।
यहां परियोजनाएं हैं:-
पटना-कोलकाता एक्सप्रेसवे वाया बिहारशरीफ-कटोरिया लंबाई – 470 किमी, लागत – 17900 – 165 किमी, लागत – 4600 4. दलसिंहसराय से सिमरी बख्तियारपुर लंबाई – 70 किमी, लागत – 2700 5. दिघवारा से रक्सौल वाया मशरख, पिपराकोठी, मोतिहारी लंबाई – 135 किमी, लागत – 5200 6. सुल्तानगंज अगुवानीघाट पुल से देवघर की लंबाई – 83 किमी, लागत – 3200 7. मशरख से मुजफ्फरपुर सड़क की लंबाई – 55 किमी, लागत – 2100 8. अररिया से परशरमा से लंबाई – 112 किमी (लागत – में करोड़) देवघर पथ, रामजानकी में मुजफ्फरपुर वाया मशरख वाया सीवान 4 लेन सड़क