योगी के साढ़े चार साल के विकास के दावे लतीफे की किताब
लखनऊ20सितंबर: योगी आदित्यनाथ द्वारा साढ़े चार साल की उपलब्धियां बताने की खातिर रविवार को पेश किए गए आंकड़ों को आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह के साथ प्रेसवार्ता कर लतीफे की किताब बताया। उन्होंने कहा कि योगी के साढ़े चार साल के विकास के दावे लतीफे की किताब है।
दरअसल, योगी ने अपने कार्यकाल में सिर्फ प्रदेश का बंटाधार किया। संजय सिंह बोले- योगी ने कहा कि 44 सेवाओं में यूपी नंबर वन पर है, जबकि हकीकत कुछ और है। शिक्षा के मामले में यूपी 20वें नंबर पर है। हमने देखी हैं वो तस्वीरें जिसमें बच्चे मिड-डे-मील में नमक रोटी खाते दिखते हैं। स्वास्थ्य के मामले में नीचे से यूपी का नंबर पांचवां है, इसके बाद भी योगी आयुष्मान आदि का हवाला देकर अपनी उपलब्धियां गिना रहे थे। स्वास्थ्य व्यवस्था का सच कोरोना के दौरान पूरी दुनिया ने देखा। किस तरह ऑक्सीमीटर और थर्मोमीटर के नाम पर पहली लहर के दौरान घोटाला हुआ तो दूसरी लहर में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर भ्रष्टाचार का साधन बना। बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का योगी का दावा गंगा में बहती लाशों के रूप में दुनिया के आगे यूपी को शर्मसार कर गया।
रोजगार के मामले में योगी ने जिन साढ़े चार लाख नौकरियों का दावा किया, उसमें 137000 नौकरियां सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर देनी पड़ीं। पुलिस भर्ती के 143445 पदों के सापेक्ष लगभग 25 हजार अभ्यर्थी ट्रेनिंग पूरी करके अभी भी नियुक्ति पत्र के लिए भटक रहे हैं। अधीनस्थ चयन आयोग की 12 भर्तियां निकलीं, लेकिन एक में भी अभी सफल अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र नहीं पा सके। योगी लेखपाल भर्ती निकाले बिना एक युवा को लेखपाल बनाकर ट्वीट कर देते हैं और जब वह युवा सामने आकर कहता है कि अभी लेखपाल की कोई भर्ती निकली ही नहीं है तो उन्हें अपना ट्वीट डिलीट करना पड़ता है। योगी के दंगा मुक्त उत्तर प्रदेश और महिलाओं के के दावे पर संजय सिंह ने एनसीआरबी के आंकड़े पेश करके सरकार के दावे पर सवाल उठाए। बताया कि 2016 में 5808, 2017 में 8018, 2018 में 8990 और 2019 में 8908 दंगे प्रदेश में हुए। दलित और आदिवासियों के विरुद्ध होने वाले अपराधों में यूपी-एमपी अव्वल है।
महिला उत्पीड़न के मामले में देश में 46 प्रतिशत इजाफा हुआ है, जिसमें आधा हिस्सा यूपी का है। किसानों को खुशहाल करने के दावेे पर संजय सिंंह बोले- साढ़े चार साल में गन्ना का दाम एक रुपया नहीं बढ़ा। आया दोगुना करने की बात करने के नाम पर किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य तक पाने के लिए तरस रहेे हैं। मंडियों में किसानों की फसल नहीं बिक पा रही है। कई किसान इसके कारण जान तक दे चुकेे हैं। इन्वेस्टर्स समिट के जरिये प्रदेश में तीन लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट होने के योगी के दावे पर संजय सिंंह ने पूछा आखिर कहां इन्वेस्टमेंट हुआ, किस विभाग और किस क्षेत्र में हुआ, कितने रोजगार सृजित हुए जरा बताइए। संजय सिंह ने कहा कि खुद योगी सरकार के श्रम मंत्री विधानसभा में बता चुके हैं कि इस सरकार में नौ फीसद बेरोजगारी बढ़़ी़ है। संजय सिंह ने कहा कि सरकार में आने से पहले योगी ने पांच साल में 70 लाख नौकरियां देने का वादा किया था। वह तो दूर की बात है, जो नौकरियां थीं वो भी चली गईं। जो साढ़े चार लाख नौकरियां देने की बात वह कह रहे हैं वो भी केवल झूठे आंकड़े हैं।
कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए संजय सिंह बोले- योगी आपके राज्य में फर्जी मुकदमें लिखे जाते हैं। खुद मेरे ऊपर 16 मुकदमे लिखा दिए गए। राष्ट्रदोह तक दर्ज करा दिया गया। मुजफ्फरनगर में आपकी पुलिस ने लिख कर दिया कि मेरेे खिलाफ कोई साक्ष्य नही है। कोरोना की महामारी में अपने कार्यों को उपलब्धि बताने पर संजय सिंह ने ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर, वेंटिलेटर घोटाले गिनाए और उस वक्त की त्रासद तस्वीर याद दिलाई। जलजीवन मिशन को उपलब्धि बताने पर कहा कि इसमें योगी सरकार ने एनआरएचएम से भी बड़ा घोटाला करने का काम किया। स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर बने शौचालय गिनाने पर संजय सिंंह ने इनकी दशा का उल्लेख किया। कहा कि आपके दिए शौचालय में दर्जी की दुकानें चल रही हैं। इस तरह संजय सिंंह ने उपलब्धियां बताने के लिए आयोजित योगी की प्रेसवार्ता को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि योगी के साढ़े चार साल के विकास के दावे लतीफे की किताब है। संजय सिंह ने बिजली के मुद्देे पर सरकार के दावों पर उसे आईना दिखाया।
आप की ओर से 300 यूनिट फ्री बिजली देने की घोषणा पर उनके मंत्री द्वारा प्रदेश की जनता को मुफ्तखोर बताने का जिक्र करते हुए कहा कि जनता इस अपमान का बदला आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने वोट से लेगी। इस मौके पर प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि झूठ और इश्तेहार के भरोसे चल रही योगी सरकार की विदाई तय है। यह सरकार जब हटेगी तो घर-घर दिवाली मनेगी।