योगी सरकार में बलात्कारियों के हौसले बुलंद- नीलम यादव
लखनऊ28सितंबर: लखनऊ में मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ आठ दरिंदों द्वारा गैंगरेप की घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि योगी राज में बलात्कारियों के हौसले बुलंद हैं। उन्हें सरकार का कोई भय नहीं दिख रहा। जब राजधानी की यह हालत है तो प्रदेश के अन्य जिलों का हाल समझा जा सकता है। मंगलवार को ये बातें आम आदमी पार्टी की महिला विंंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने कहीं, और उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय दिलाने के लिए पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है।
मीडिया को जारी एक बयान में महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने इस घटना को पूरे समाज को शर्मसार करने वाला करार दिया। कहा कि सरकार में आने से पहले भाजपा ने महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए तमाम वादे किए थे, लेकिन साढ़े चार साल बाद भी योगी सरकार महिला अपराधों पर अंकुश नहीं लगा सकी। हद तो यह है कि योगी राज में महिलाओं के साथ अपराध बढ़े हैं। राजधानी लखनऊ में मानसिक बीमार महिला सहित एक नाबालिग के साथ भी बलात्कार की घटना घटी है। पार्टी दोनों पीड़िताओं और उनके परिवार के साथ खड़ी है। हम दोनों मामलों में सख्त कार्रवाई के साथ पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे की मांग करते हैं। इन घटनाओं में दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, जिससे कि ऐसे अपराधियों के मन में भय पैदा हो। पिछले कई मामलों में सरकार ने इस तरह की घटनाओं में लीपापोती करती दिख चुकी है।
इन दोनों घटनाओं में अगर ऐसा हुआ तो हम सड़क पर उतर कर विरोध दर्ज कराएंगे। नीलम यादव ने कहा कि बलात्कारियों को संरक्षण देने वाली इस सरकार को जनता आने वाले चुनाव में उखाड़ फेंकेगी। दोनों ही मामलों में पीड़ित युवती को इंसाफ दिलाने के लिए आम आदमी पार्टी उनकी आवाज बुलंद करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि योगी सरकार महिला और बेटियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने में पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। बिधनू, बदायूं, हाथरस, कानपुर से लेकर मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में भी बच्चियों और महिलाओं के साथ जघन्य अपराध हुए हैं। हर जिले में ऐसे ही हालात हैं। दूसरी तरफ योगी सरकार मिशन शक्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे नारों और कागजी योजनाओं से उत्तर प्रदेश की महिलाओं व बच्चियों को चिढ़ाने का कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश में हर रोज महिलाओं व बच्चियों के अस्मिता के साथ खिलवाड़ हो रहा है। योगी राज में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं।