विद्युत विभाग:प्रभावशाली नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी की जांच के लिए 2 माह बाद दुबारा बनी जांच समिति:पहली जांच समिति ने खड़े कर दिए थे हाथ
वाराणासी 26 अप्रैल:”””””’पूर्वान्चल के लाल नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी से सामने नतमस्तक””””””नगरी विद्युत मंडल प्रथम में 30 करोड़ के फर्जी टेंडर घोटाले के नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी पर पूर्व की शिकायतो के आधार पर पूर्वान्चल प्रबंधन द्वारा दूसरी जांच समिति का गठन किया।
उल्लेखनीय है कि वाराणासी के उपभोक्ताओं के द्वारा कार्यकारी अधिकारी की शिकायतें किये जाने के बाद फरवरी-24 में एक जांच समिति गठित की गई थी,जिसमे एक सदस्य द्वारा जांच करने से किनारा कर लिया गया था। जिसके बाद से मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
भ्रष्टाचार पर पूर्वान्चल की कछुआ चाल
पूर्वान्चल निगम द्वारा नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी को अभयदान मिलने के बाद निरंकुशता बढ़ती गई,30 करोड़ के फर्जी टेंडर घोटाले की शिकायत विभाग के एक लिपिक के द्वारा करने औऱ मामला सुर्खियों में आने के बाद पूर्वान्चल निगम द्वारा पुरानी जांच समिति को फिर जिंद कर खड़ा किया औऱ जांच आख्या 15 दिवसों में सौपने के आदेश दिया।
विभागीय सूत्रों के अनुसार समिति के एक नये सदस्य नटवरलाल के पक्ष में अभी से खड़े नज़र आ रहे है।
नये अधीक्षण अभियंता ने दी क्लीन चिट
ज्ञात रहे नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी पर महिला कर्मचारी के द्वारा उत्पीड़न के आरोपो की जांच में अधीक्षण अभियंता ने महिला कर्मचारी को ही कटघरे में खड़ा कर पूर्वान्चल के लाल नटवरलाल को क्लीन चिट देते हुए अपनी रिपोर्ट दी।
चांदी की प्लेट में दावत का कमाल
30 करोड़ के फर्जी टेंडर घोटाले पर पूर्वान्चल प्रबंधन अभी तक चुप्पी साध रखी है।जबकी फर्जी टेंडर के प्रपत्र मंडल कार्यकाल के बाहर चाय-पान की दूकानों पर सार्वजनिक हो चुके।
फर्जी टेंडर के प्रपत्र उपभोक्ता की आवाज के पास
विस्तृत ख़बर पड़ताल के बाद
पड़ताल जारी है……….