विद्युत विभाग: उर्जा मंत्री द्वारा संगठन पदाधिकारियों को समय न देने के कारण निविदकर्मियो का कार्य बहिष्कार शुरू

लखनऊ/वाराणसी 20 मई:निविदा कर्मचारी संध के प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र पांडेय ने प्रबंधन पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन एवं इसके सहयोगी निगमों द्वारा अपने स्वयं के आदेश का उलंघन करा कर लगभग 45 प्रतिशत बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों कि छंटनी करने, 55 वर्ष का हवाला देकर कर्मचारियों को कार्य से हटाने, कार्य के अनुरूप अनुबंध न करने, वेतन भुगतान में भेदभाव करने, मार्च 2023 में हटाए गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस न लेने, हटाए गए कर्मचारियों के बकाए वेतन का भुगतान न करने,ई पी एफ घोटाले कि जांच न कराने, घायल कर्मचारियों का कैशलैस इलाज न कराने आदि के कारण उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ लखनऊ द्वारा 15 मई 2025 को शक्ति भवन लखनऊ पर सत्याग्रह किया गया व अपनी गिरफ्तारी दी गई थी। परन्तु पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों कि समस्याओ पर ध्यान नहीं दिया गया। जिसको ध्यान में रखकर संगठन द्वारा 20 मई 2025 के ए पाली से 72 घंटे का कार्य बहिष्कार करने कि घोषणा की गई,जो 20 मई 2025 के ए पाली से कार्य बहिष्कार चालू हैं। भिन्न-भिन्न जनपदों से प्राप्त सूचना के अनुसार अधिकतर जनपदों में बिजली प्रभावित हैं लेकिन उसे बनाने के लिए कर्मचारी नहीं है। लखनऊ में भी मलिहाबाद, आलमबाग, चौंक आदि क्षेत्र से बिजली आपूर्ति प्रभावित होने कि सूचना प्राप्त हो रही है। बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों कि कार्य बहिष्कार से क्षेत्रों में बिजली कि समस्या बनी हुई है जिसकी वजह से आम जनमानस को बिजली नहीं मिल पा रही है । उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के प्रबन्धन की हठधर्मिता के कारण प्रदेश कि जनता को हो रही असुविधा के लिए संगठन को खेद है।