विद्युत विभाग:30 करोड़ के टेंडर घोटालेबाज मंडल के कारनामो की खुलती पर्ते:नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी (लिपिक) औऱ अधीक्षण अभियंता निकलते मास्टरमाइंड
वाराणासी 29 अप्रैल:पूर्वान्चल निगम में 30 करोड़ के फर्जी टेंडर घोटालबाज नगरीय मंडल-प्रथम में भ्रष्टाचार के नित नए खुलासे हो रहे है।
अधीक्षण अभियंता औऱ नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी के राज में महिला कर्मी दूसरे के नाम पर नौकरी करती रही जिसकी जानकारी होने के बावजूद तुम भी लूटो हम भी लूटे की नीति पर वर्षो से विभाग को लूटने में लगे रहे। परन्तु नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी (लिपिक) के द्वारा अधीक्षण अभियंता को मिला कर अकेले लूटने की योजना से मंडल में भ्रष्टाचार औऱ 30 करोड़ के फर्जी टेंडर घोटाले का मामला चर्चाओं में आया।
वर्चस्व की जंग में संगठनो के अस्तित्व की लड़ाई में एक दूसरे पर आरोपो के साथ भ्रष्टाचार के मामले खोले जा रहे है।
तीसरा मामल एक महिला कर्मचारी का दूसरे के नाम पर वर्षी से नौकरी करते रहने का है।
विद्युत मजदूर संगठन के द्वारा इस मामले का खुलासा किया गया और महिला कर्मी पर FIR दर्ज कराने की मांग के साथ मामले की जांच कराये जाने की मांग की,पता लगाया जाए कि महिला कर्मी ने पद पर रहते हुए किस किस को फायदा पहुँचाया है आरोप है कि महिला कर्मी ने मंडल में टेंडर लिया और बगैर काम कराये करोड़ो का पेमेंट कराये। रोक लगाने पर उत्पीड़न का आरोप लगा कर दूसरे कर्मचारी को फांसने का काम कर रही है।
उल्लेखनीय है कि 30 करोड़ के टेंडर घोटालों में नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी (लिपिक) औऱ अधीक्षण अभियंता के द्वारा मंडल कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाने में कोई कसर नही छोड़ी। टेंडर लिपिक के फर्जी हस्ताक्षर कर टेंडर करने के आरोपों के बाद जहां कार्यकारी अधिकारी पर महिला कर्मचारी ने उत्पीड़न का आरोप लगाये जाने के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा महिला कर्मी को कटघड़े में खड़ा कर पूर्वान्चल के लाल को क्लीनचिट देने के बाद मामले में अपने-अपने पदाधिकारी/सदस्यों के साथ संगठन खड़े हो गए।
मजदूर पंचायत के जिला अध्यक्ष, विजय सिंह के नेतृत्व में अधीक्षण अभियंता से मिला प्रतिनिधिमंडल:नटवरलाल के निलंबन की मांग
जंहा एक औऱ विद्युत मजदूर पंचायत टेंडर लिपिक औऱ महिला कर्मी के साथ खड़ा हो कर अधीक्षण अभियंता से नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी (लिपिक) के निलंबन की मांग की तो दूसरी तरफ़ नटवरलाल के पक्ष में विद्युत मजदूर संगठन खुल कर खड़ा है।
विद्युत मजदूर संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी(लिपिक) पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला कर्मी दूसरे के नाम पर पिछले कई वर्षों से नौकरी कर रही है औऱ विभाग में ठेकेदारी करती है। महिला पर FIR की मांग के साथ जांच की मांग
वैसे पूरे प्रकरण में टेंडर,भुगतान, वर्क आर्डर में मुख्य भूमिका अधीक्षण अभियंता औऱ कार्यकारी अधिकारी(लिपिक) की होती है जिसमे नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी(लिपिक) राहुल कुमार औऱ तत्कालीन अधीक्षण अभियंता खन्ना साहेब फसते नज़र आ रहे है इसी लिए पूर्वान्चल प्रबंधन अपने भ्रष्टाचारी लाल को बचाने में धृष्टराष्ट्र की भूमिका में है।
पड़ताल जारी है………..