विश्वनाथ कॉरिडोर में गिरा जर्जर मकान , दो की मौत, 8 घायल, प्रधानमंत्री ने डीएम और मंडलायुक्त से ली जानकारी
वाराणसी1जून:
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण कार्य के दौरान बीती रात एक जर्जर मकान के गिरने से उसमे मौजूद 10 मज़दूर घायल हो गए। रात करीब ढाई बजे हुए हादसे के बाद मज़दूरों में चीख पुकार मच गयी। चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे आस- पास के लोगों ने पुलिस और कॉरिडोर के लोगों को सूचना दी और मलबे में दबे मज़दूरों को बाहर निकाला। पुलिस ने सभी को मंडलीय चिकित्सालय पहुँचाया, जहां डॉक्टर्स ने 2 को मृत घोषित कर दिया। वहीं एक गंभीर को एडमिट कर लिया है जिसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
फिलहाल घटना की सूचना पर मौके पर अल सुबह एनडीआरएफ की टीम पहुँच चुकी है और राहत और बचाव कार्य में लगी है। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने मंडलीय चिकित्सालय पहुंचकर घायलों से जानकारी भी ली। मरने वाले मज़दूर पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं और कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगे हुए थे।
घायल आरिफ मोमिन ने बताया कि हम लोग कॉरिडोर में काम कर रहे हैं। बीती रात नाइट ड्यूटी के बाद मेरे पापा और चाचा जी मकान के बाहर सोए थे। रात में अचानक मकान गिर गया जिसमे दो लोग की मौत हुई ही और कई लोग घायल हैं। वहीं मुख्तार मोमिन ने बताया कि रोज़ नाइट ड्यूटी के बाद सभी लोग गोयनका लाइब्रेरी में सोते हैं लेकिन आज गर्मी की वजह से सभी उस मकान में चले गए सोने और अचानक ही जर्जर मकान गिर गया।
मुख्तार ने बताया कि दो लोगों की मौत हुई है और बाकी लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। आरिफ मोमिन को ज़्यादा चोट लगी है इसलिए उसे यहाँ रखा गया है।
वाराणसी के सांसद यानी की देश के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी के दफ्तर तक यह खबर पहुंच गई। जैसे ही प्रधानमंत्री को इमारत गिरने की सूचना मिली नरेंद्र मोदी ने तुरंत जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से फोन पर बात की और घटना के बारे में जाना। प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारी को आवश्यक निर्देश देते हुए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। वही जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ट्विटर पे ट्वीट कर प्रधानमंत्री से बातचीत की जानकारी दी।