पूर्वांचल

श्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का खुला दरबार,दर्शन के लिए भक्तों की लगी कतार,खजाना लावा पाकर भक्त हुये धन्य

वाराणसी 29 अक्टूबर :धर्म अध्यात्म की नगरी में खजाने वाली देवी मां अन्नपूर्णा का दरबार मंगलवार से भक्तों के लिए खुल गया। मंदिर खुलने के साथ ही श्री काशी अन्नपूर्णा मंदिर में एक किलोमीटर लंबी भक्तों की कतार देखी गई। मंगला आरती के बाद भक्तों के लिए मां अन्नपूर्णा का कपाट खुला तो भक्त दर्शन संग खजाना पाकर निहाल हो गए।

मां अन्नपूर्णा ने दोनों हाथ से लुटाया खजाना

सोमवार से ही कतारबद्ध हो गये थे भक्त खजाना स्वरूप में बांटे गए 6 लाख 50 हजार सिक्के।

भक्तो ने सुख और सौभाग्य का मांगा आशीर्वाद

सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम आस्थावानों की लगी लंबी क़तार मंगलवार को सुबह 4.50 बजे आम श्रद्धालुओ के खुला माता अन्नपूर्णा का दरबार।

महंत शंकर पुरी ने भि श्रद्धालुओ खजाना वितरित किया

अन्नकूट तक भक्तों के लिए पट खुलने से पहले उन्होंने माता के स्वर्ण विग्रह और खजाने का महंत ने विधि पूर्वक पूजन किया गया।
हजारों लोग सोमवार की सुबह से ही कतारों में लग गए थे। सूरज चढ़ते वक्त गोदौलिया से बांसफाटक होते हुए ज्ञानवापी तक दर्शनार्थियों से पट गया था।

महंत ने किया मां का स्वर्ण श्रृंगार

महंत शंकर पुरी क़े मौजूदगी में मंदिर अर्चक शत्यनरायण क़े अचारत्व में पांच ब्राह्मणो ने घंटे तक सविधि पूजन किया, फिर महंत शंकर पूरी भगवती अन्नपूर्णा की आरती उतारी और गर्भ गृह पट खोलवा दिया ।

भीड़ नियंत्रण करने में पुलिसकर्मियों के छुटे पसीने

स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन-पूजन व खजाना लेने पहुंची भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक़्क़त करनी पड़ी।

बताते चले कि साल में सिर्फ पांच दिनों के लिए ही भक्तों को मां अन्नपूर्णा के इस स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन हो पाते हैं.मान्यताओं के मुताबिक,भगवान शंकर ने भी भक्तों का पेट भरने के लिए मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी. मां अन्नपूर्णा ने उन्हें भिक्षा दी जिसके बाद सब ये परम्परा चली आ रही है. आज भी भक्तों को मां के दर्शन के बाद खजाने के रूप के सिक्का और धान का लावा प्रसाद स्वरूप दिया जाता है।

देशभर से आते हैं भक्त

इसी खजाने के प्रसाद के लिए देशभर से भक्त यहां आते है और देवी के मंदिर पर मत्था टेकते हैं. धनतेरस से लेकर अन्नकूट यानि पांच दिनों तक भक्तों को देवी दर्शन देती हैं. इस दौरान देश के अलग अलग राज्यों से भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहता है ।

नहीं होती धन्य धान्य की कमी

मंदिर के महंत शंकर पूरी ने बताया कि जो भी भक्त देवी के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के बाद इस खजाने को अपने तिजोरी में रखता है पूरे साल उसपर मां अन्नपूर्णा की कृपा होती है और उसके घर अन्न धन धान्य की कभी कमी नहीं होती।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

वाराणसी में अन्नपूर्णा मंदिर में भक्तों के दर्शन लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए है.व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए अलाधिकारी मौके पर पहुंचे हुये थे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, इसके साथ ही अधिकारियों ने भक्तों से हाल चाल भी जाना।

मंदिर में बने कंट्रोल रूम क़े माध्यम से लगातार सब पे नजर बनी हुई थीं मंदिर में बने चिकत्सा शिवर में सैकड़ो भक्तों को दवा दिया गया डॉ दिवाकर ने बताया की जिसमे महिलाये अधिक रही मंदिर द्वारा तैनात सेवादारों ने पेय जल की व्यवस्था कराते रहें साथ ही दिव्यांग बुजुर्ग लोगों को प्रथम तल पे दर्शन करा कर बाहर निकालते रहें।

मंदिर प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया की पहले कई दशक पूर्व केवल एक घंटे क़े लिये स्वर्णमई रूप का दर्शन होता हैं उस समय सविधि पूजनअर्चन कर एक घंटे बाद पट बंद कर दिया जाता था
पर समय क़े साथ जैसे जैसे भक्तों की संख्या बढ़ने लगी वैसे घंटे से दिन हुआ और आज पांच दिन दर्शन देती हैं।
विशेष सहयोग रहा प्रदीप श्रीवास्तव धीरेन्द्र सिंह, राकेश तोमर समेत मंदिर परिवार लगा रहा स्वर्णमई माता क़े दर्शन को जज, राजनेता साधु शंत व शाशनिक प्रशासनिक समेत आलाधिकारी और काशी क़े गरमान्य लोग आते रहें।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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