हाय हाय पावर कार्पोरेशन,UPPCL में विद्युत दुर्घटना की राशि मे भी घोटाला शीर्ष प्रबन्धन सख्त
लखनऊ 25 अगस्त यह है उत्तर प्रदेश का ऊर्जा विभाग घोटाले और घाटे की सुर्खियों में रहने वाले उ प्रपावर कार्पोरेशन मे विद्युत दुर्घटना पीड़ितों के परिवार को मिलने वाली मुआवजे की धनराशि में बड़े पैमाने पर घोटाले के संकेत साफ नजर आ रहे हैं सूत्र बताते हैं कि वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 UPPCL के अब तक के काजल की कोठरी में अपने ईमानदार छवि की पहचान को कायम रखने में सफल रहे चेयरमैन एम देवराज ने प्रदेश की सभी कम्पनियों को विद्युत दुर्घटना होने पर पीड़ितों को मिलने वाली मुआवजे की धनराशि को प्रथमिकता के आधार पर अवमुक्त कर दिया गया था जिसके सन्दर्भ अब सभी कम्पनियों से उसके वितरित करने के विवरण की जानकारी जब शक्तिभवन मुख्यालय द्वारा मांगी गयी तो लगभग सभी कम्पनियां द्वारा मुख्यालय को आधी अधूरी जानकारी देते हुए गोल गोल घूमने का खेल खेलते नजर आ रहे है सूत्रों की माने तो UPPCL के चेयरमैन एम देवराज ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए सख्त कार्यवाही करने के संकेत दिये है वैसे भी आज चेयरमैन संगम नगरी प्रयागराज पहुच रहे हैं यहा विभागीय समीक्षा बैठक करने के बाद मिर्जापुर मां विध्यवासिनी देवी के दरबार में हाजरी देगे ।
इस घोटाले में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम टॉप, बाकी अभी हाफ की श्रेणी में
वित्तीय वर्ष में हुवे विद्युत दुर्घटना की मुआवजा की धनराशि के घोटाले के संकेत प्रदेश की सभी कम्पनियों में देखने और सुनने में आ रहे हैं परन्तु इस खेल के दौड़ में पूर्वांचल नम्बर वन के पदान पर पहुचता नजर आ रहा है सूत्र बताते है कि उक्त वित्तीय वर्ष में विद्युत दुर्घटना के मद में पूर्वांचल डिस्कॉम द्वारा दुर्घटना वाले जनपद के वितरण खण्डों को लगभग 25 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि पीड़ितों को वितरित करने के मद में अवमुक्त की गयी थी परन्तु यह धनराशि कहाँ कैसे और किसको वितरित की गयी इसका लेखा जोखा पूर्वांचल के जाबाज भ्रष्टाचारी देने में आनाकानी करते नजर आ रहे हैं जानकारों का मानना है कि इस आवंटित धनराशि में बड़े पैमाने पर घोटाले की संभावना से इनकार नही किया जा सकता वैसे आज UPPCL के चेयरमैन संगम नगरी में पूर्वांचल की समीक्षा के बाद आदि शक्तिपीठ माता के दरबार से आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद इस दिशा में कोई बड़ी कार्यवाही कर सकते है इसके संकेत साफ नजर आ रहे है और अगर इस दिशा में कार्यवाही हुई तो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के लगभग दो दर्जन से अधिक अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है। अब बस कुछ ही समय बाकी है एक बडे घोटाले से पर्दा उठने मे । वैसे माँ विन्ध्यवासिनी के दर्शन उपरांत अध्यक्ष उत्पादन निगम के अनपरा व ओबरा का भी दौरा करेगे । खैर
युद्ध अभी शेष है