हाले पूर्वांचल, प्रयागराज मे विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता द्वारा लगाया गया भ्रष्टाचार का कुम्भ
वाराणसी 23 जून पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्धन द्वारा प्रयागराज जोन की कमान केयर टेकर के रूप में जिस मुख्य अभियंता को सौपी उसने पहुचते ही विभाग में भ्रष्टाचार से अपनी कार्यप्रणाली की शुरुआत कर दी जनाब उस वक्त अधीक्षण अभियंता थे परन्तू वर्तमान समय मे जो उनको पदोन्नती मिलनी चाहिए थी वह नही मिली थी क्यो कि इनकी एक फाईल जिसमे इन पर भ्रष्टाचार का आरोप था उसका लिफाफा बन्द था खैर थोडी बहुत दौड कभी डिस्कॉम मे तो कभी शक्तिभवन मुख्यालय तक की गयी और बडे ही मुश्किल से जनाब की फाइल विभागीय कार्रवाई का बैनर तोड कर आगे बढी तब जा कर महोदय को मुख्य अभियन्ता होना नसीब हुआ और अन्त मे प्रयागराज का अतिरिक्त कार्यभार इनको मिला वर्तमान मे जनाब के पास दो चार्ज है एक अधीक्षण अभियन्ता का और दूसरा मुख्य अभियन्ता स्तर 2 के कारण प्रयागराज जोन का । अब शुरूआत होती है फिर से इनके भ्रष्टाचार की अभी बडी मुश्किल से विभागीय कार्रवाहीयो से पीछा छूटा है परन्तु ऐसा लगता है चाँदी का जूता खाने का जनाब का शौक अभी पूरा नही हुआ है सूत्र बताते है कि तभी तो जनाब ने UPPCL की नियमावलीयो को ताख पर रखकर कई ट्रेनी लिपिकों को रेगुलर कर दिया वैसे तो इस आदेश को करने के लिये मुख्य अभियंता सक्षम अधिकारी है परन्तु जिस वक्त यह आदेश किया गया उस वक्त जनाब अधीक्षण अभियंता के साथ साथ टैम्परेरी चार्ज पर कार्यभार संभाले हुए थे इन परिस्थितियों में इस आदेश को करने के लिये जनाब को प्रबंधनिदेशक/निदेशक के अनुमोदन जरूरी था परन्तु जनाब यह पूर्वांचल यहा किसी वक्त अवसर देख कर बन्द कमरे में कोई भी चाँदी के जूते से मुंह सुजवाने से नही चुकता आश्चर्य की बात है कि इस तरह से भ्रष्टाचार को अंजाम देने वालो पर प्रबन्धन क्यो मौन बैठा है ? वर्तमान मे पूर्व प्रबंध निदेशक के निलंबन से अनाथ हुए डिस्कॉम मे पद खाली है निदेशक मजबूर है ना तो पदोन्नत हुए अधिकारीगणो को नवीन नियुक्ती प्रदान की जा सकती है ना अन्य कार्यो का आवंटन ही हो पा रहा है । वैसे पूरा डिस्कॉम एक तरह से गतिहीन हुआ पडा है अब देखना है कि प्रबंध निदेशक की कमान कौन सभालता है भारतीय प्रशासनिक सेवा का कोई अनुभव हीन बडका बाबू या फिर धाट धाट का पानी पी कर परिपक्व हुए अभियन्ता । खैर
युद्ध अभी शेष है
अविजित आनन्द संपादक और चन्द्र शेखर सिंह प्रबन्ध संपादक समय का उपभोक्ता साप्ताहिक समाचार पत्र लखनऊ