विद्युत विभाग:ऊर्जा प्रबंधन ने कार्य बहिष्कार,धरना प्रदर्शन या हड़ताल पर शासन/प्रशासन को दी गलत सूचना:कर्मचारियों ने 5 बजे के बाद की शांतिपूर्ण जनसभा
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वाराणसी/लखनऊ 7 दिसम्बर:संघर्ष समिति का आज प्रदेश में उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ में बिजली के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर सरकार का ध्यान आकर्षण करने हेतु सभाएं करने का निर्णय लिया गया था। यह निर्णय पूरे देश में 6 दिसंबर को सभाएं करने का था।
उत्तर प्रदेश में 6 दिसंबर की संवेदनशीलता को देखते हुए कानून व्यवस्था की स्थिति पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े इसलिए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने यह निर्णय लिया कि उत्तर प्रदेश में यह सभाएं 7 दिसंबर को की जाएंगे
इसी क्रम में 7 दिसंबर को मात्र जन सभाओं का कार्यक्रम कर्मचारियों ने शाम 5 बजे के बाद की।
जबकी पॉवर कार्पोरेशन प्रबंधन ने शासन को और सरकार को गलत सूचना दी है कि बिजली कर्मी कार्य बहिष्कार, धरना प्रदर्शन या हड़ताल करने जा रहे हैं।
वही पूर्वांचल प्रबंधन की सूचना पर सुबह 10 बजे से ही पुलिस प्रशासन की डिस्कॉम मुख्यालय में दिखी। पूर्वांचल के अन्य जनपदों में भी पुलिस उपकेंद्रों पर तैनात रही।
पूर्वांचल प्रबंधन ने तो डिस्कॉम मुख्यालय में लाखों खर्च कर जगह जगह कैमरे लगवा डाले।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की हड़ताल/प्रदर्शन/कार्य वहिष्कार ऐसी कोई नोटिस नहीं थी।