विद्युत विभाग:निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी व अभियंता पूरे दिन बाधेंगे काली पट्टी:मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील
वाराणसी/लखनऊ 8 दिसंबर:बिजली के निजीकरण के विरोध में उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षण करने हेतु 10 दिसंबर को बिजली कर्मचारी व अभियंता पूरे दिन काली पट्टी बंधेंगे।
बिजली कर्मचारी व अभियंता आगामी 10 दिसंबर को पूरे दिन काली पट्टी बंधेंगे
पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा एक तरफा मनमाने ढंग से पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय लेने के विरोध में उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित करने हेतु प्रदेश के समस्त ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी व अभियंता आगामी 10 दिसंबर को पूरे दिन काली पट्टी बंधेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा जी से संघर्ष समिति ने अपील की है कि वह कर्मचारियों के व्यापक हित में निजीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी न दें।
कार्पोरेशन प्रबंधन घाटे के झूठे आंकड़े देकर प्रदेश को गुमराह कर रहा है इस स्थिति में मुख्यमंत्री जी को कर्मचारियों के हित में हस्तक्षेप करने की अपील की गई है
संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पी.के.दीक्षित, राजेंद्र घिल्डियाल, चंद्र भूषण उपाध्याय, आर वाई शुक्ला, छोटेलाल दीक्षित, देवेन्द्र पाण्डेय, आर बी सिंह, राम कृपाल यादव, मो वसीम, मायाशंकर तिवारी, राम चरण सिंह, मो0 इलियास, श्री चन्द, सरयू त्रिवेदी, योगेन्द्र कुमार, ए.के. श्रीवास्तव, के. एस. रावत, रफीक अहमद, पी एस बाजपेई, जी.पी. सिंह, राम सहारे वर्मा, प्रेम नाथ राय एवं विशम्भर सिंह ने आज कहा कि निजीकरण से बड़े पैमाने पर होने वाली छंटनी और पदावनति से बिजली कर्मचारियों के मन में भारी चिंता है।
पावर कार्पोरेशन प्रबंधन घाटे के झूठे आंकड़े देकर प्रदेश को गुमराह कर रहा है और कर्मचारियों में भय का वातावरण बनाया जा रहा है। इस स्थिति में मुख्यमंत्री जी को कर्मचारियों के हित में हस्तक्षेप करने की अपील की गई है।