विद्युत विभाग:UPPCL की बेमौसम चली तबादला एक्सप्रेस ने वेतन घोटाले के षड्यंत्रकारियों को दी राहत की सांस:UPPCL की कार्यप्रणाली से घोटालेबाज मस्त
वाराणासी 18 अक्टूबर:उत्तर प्रदेश में यू तो जून माह में तबादले किये जाते है परंतु सरकार की नीतिओ के विपरीत UPPCL पूरे वर्ष प्रत्येक माह तबादले करता रहता है।
UPPCL में तबादले की आड़ में चहेतों को पोस्टिंग तो घोटाले बाजो को बचाने की चाले चली जाती रही है जिसको ताजा उदाहरण वाराणासी प्रथम जोन के मुख्य अभियंता अरविंद कुमार सिंघल के तबादले के रूप में देखा जा सकता है।
UPPCL की तबादला एक्सप्रेस से पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में प्रचलित कई बड़े वित्तीय घोटाले या तो जमीदोंज कर दिए गए तो कई घोटालों के जाँच अधिकारियों को बेवज़ह तबादला कर घोटाले के आरोपियों को बच निकलने का रास्ता बनाया गया।
वर्त्तमान में पूर्वांचल में विद्युत वितरण मंडल वाराणासी में 10 वर्षो से लगभग 30 लाख का वेतन घोटाला सुर्खियों में है जिसकी कई स्तर से जांच चल रही है।
प्रबंध निदेशक स्तर से सुरवाती जांच में वेतन घोटाले में कई अधिकारियो के साथ टेंडर बाबू, बड़े बाबू औऱ रोकड़ियो की गर्दन फ़सती नज़र आई तो दूसरी तरफ़ अरविंद कुमार सिंघल, मुख्य अभियंता वाराणासी क्षेत्र के द्वारा वेतन घोटाले को खघालने के लिये अधीक्षण अभियंता से पूर्व के वर्षो का रिकॉर्ड तलब करने का आदेश जारी कर दिया।
वेतन घोटाले की जांच के बीच UPPCL के द्वारा मुख्य अभियंता का तबादला पूर्वांचल से पश्चिमांचल निगम में कर सभी को चौका दिया।
उल्लेखनीय है कि विद्युत वितरण मंडल वाराणासी में 30 लाख के वेतन घोटाले में मंडल के टेंडर बाबू,बड़े बाबू एव मंडल औऱ खंड के रोकड़ियो की टेंडरर से औऱ आहरण वितरण अधिकारी से मिलीभगत कर पिछले 10 वर्षों से बिना काम किये वेतन दिये जाने के मामले की जांच चल रही है जिसमे मुख्य अभियंता अरविंद कुमार सिंघल जांच अधिकारी है जिनका तबादला UPPCL ने आज बेमौसम कर दिया।
देखना लाज़मी होगा की UPPCL का चहेता या वेतन घोटालेबाजो का चहेता मुख्य अभियंता वाराणसी की कुर्सी पर विराजमान होता है।
भ्र्ष्टाचार और भ्र्ष्टाचारियो के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है ।